राउरकेला. राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी), राउरकेला में 23 अगस्त को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाने के लिए साप्ताहिक कार्यक्रमों की एक श्रृंखला आयोजित की जा रही है. इसका उद्देश्य अंतरिक्ष मिशनों में भारत की उल्लेखनीय उपलब्धियों को उजागर करना और युवाओं को अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी से जुड़ने के लिए प्रेरित करना है. राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस समारोह की शुरुआत को चिह्नित करते हुए, एनआइटी राउरकेला के आरएम हॉल में स्कूली बच्चों के लिए एक ‘पोस्टर प्रदर्शनी प्रतियोगिता’ का आयोजन किया गया. प्रतियोगिता इस वर्ष की थीम ‘चंद्रमा को छूते हुए जीवन को छूना : भारत की अंतरिक्ष गाथा’ पर केंद्रित थी, जिसमें समाज और प्रौद्योगिकी पर अंतरिक्ष अन्वेषण के महत्वपूर्ण प्रभाव पर जोर दिया गया.
15 स्कूलों के 70 विद्यार्थियों ने कार्यक्रम में लिया हिस्सा
राउरकेला के लगभग 15 स्कूलों के 70 छात्रों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया और भारत के अंतरिक्ष मिशनों के बारे में अपनी रचनात्मकता और ज्ञान का प्रदर्शन किया. कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि प्रो राजीव कुमार पंडा (स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के प्रोफेसर और एनआइटी राउरकेला के छात्र गतिविधि केंद्र के अध्यक्ष) ने किया. अपने संबोधन में प्रो पंडा ने समाज और पर्यावरण के लिए अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के महत्व पर प्रकाश डाला और छात्रों को विज्ञान और प्रौद्योगिकी में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया. उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष विज्ञान की विशाल संभावनाओं का पता लगाने के दौरान इन युवा दिमागों की रचनात्मकता और जुनून को देखना प्रेरणादायक है. उनके अभिनव विचार और उत्साह हमें याद दिलाते हैं कि अंतरिक्ष अन्वेषण का भविष्य उज्ज्वल है और असीम संभावनाओं से भरा है. हमें वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और खोजकर्ताओं की इन अगली पीढ़ी के सपनों और आकांक्षाओं का समर्थन और उत्साहवर्धन करना चाहिए. खगोल विज्ञान और पृथ्वी एवं वायुमंडलीय विज्ञान विभाग के प्रो नरेश कृष्ण विसा द्वारा पोस्टरों का मूल्यांकन किया गया.
भारत के अंतरिक्ष मिशनों पर अपने अभिनव विचार, मॉडल और थीम पेश किये
एनआइटी राउरकेला के एस्ट्रो क्लब के छात्र सदस्यों ने कार्यक्रम में सहायता करने और प्रतिभागियों के साथ जुड़ने में सक्रिय भूमिका निभायी. दिल्ली पब्लिक स्कूल, डीएवी पब्लिक स्कूल, सेंट पॉल स्कूल, चिन्मय इंग्लिश मीडियम स्कूल और कई अन्य शैक्षणिक संस्थानों के प्रतिभागियों ने भारत के अंतरिक्ष मिशनों पर अपने अभिनव विचार, मॉडल और थीम पेश किये. एनआइटी राउरकेला के छात्रों और शिक्षकों ने अभिभावकों के साथ मिलकर प्रतिभागियों के साथ उत्साहपूर्वक बातचीत की और उन्हें अंतरिक्ष विज्ञान में अपनी रुचि तलाशने के लिए प्रोत्साहित किया.
प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता 17 को, 23 को होगा समापन समारोह
अगले सप्ताहांत 17 अगस्त को ‘इसरो अंतरिक्ष मिशन और सौर एवं ग्रह प्रणाली’ पर एक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित की जायेगी. 23 अगस्त 2024 को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के लिए एक समापन कार्यक्रम भी निर्धारित है, जहां प्रतिभागियों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए पुरस्कार प्रदान किये जायेंगे. एनआइटी राउरकेला, जो अकादमिक गतिविधियों के माध्यम से अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी में अपने महत्वपूर्ण योगदान के लिए जाना जाता है, पहले राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस समारोह का हिस्सा बनने के लिए उत्साहित है. संस्थान युवा पीढ़ी के बीच अंतरिक्ष अनुसंधान और खोज में रुचि बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है.
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