Rourkela News: एनआइटी की टीम ने कूलिंग चैंबर विकसित कर जीता टोमेटो ग्रैंड चैलेंज

Rourkela News: एनआइटी राउरकेला की टीम ने कम लागत व शून्य ऊर्जा वाला कूलिंग चैंबर विकसित करने के लिए टोमैटो ग्रैंड चैलेंज 2024 जीता है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 28, 2024 11:55 PM

Rourkela News: एनआइटी राउरकेला की टीम ने कम लागत व शून्य ऊर्जा वाला कूलिंग चैंबर विकसित करने के लिए टोमैटो ग्रैंड चैलेंज 2024 जीता है. राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) राउरकेला की एक टीम ने 24 दिसंबर, 2024 को विज्ञान भवन, नयी दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस-2024 कार्यक्रम के दौरान प्रतिष्ठित ‘टोमैटो ग्रैंड चैलेंज’ (टीजीसी) जीता. यह कार्यक्रम उपभोक्ता मामलों के विभाग द्वारा शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल के सहयोग से आयोजित किया गया था. एनआइटी राउरकेला की टीम, जिसमें फैकल्टी और रिसर्च स्कॉलर शामिल थे, ने टमाटर के भंडारण और परिवहन में चुनौतियों का समाधान करने वाले अपने अभिनव समाधानों के लिए विजेता पुरस्कार प्राप्त किया.

तीन लाख रुपये का नकद पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र मिला

टीम ने ‘कम लागत वाला, मोबाइल शून्य ऊर्जा वाला कूलिंग चैंबर’ बनाया. बीएल वर्मा, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के राज्य मंत्री ने विजेता टीम को भारत सरकार के उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रहलाद जोशी की उपस्थिति में तीन लाख रुपये का नकद पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया. एनआइटी राउरकेला की टीम के सदस्यों में टीम लीड प्रो मधुरेश द्विवेदी, प्रो राम चंद्र प्रधान, पीएचडी स्कॉलर चिंगाखम न्गोतोम्बा सिंह और पीएचडी स्कॉलर थोटा निरंजन (सभी खाद्य प्रसंस्करण इंजीनियरिंग विभाग, एनआइटीआर से), प्रो राजीव कुमार पंडा (स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, एनआइटीआर) और सोमनाथ दास (वरिष्ठ तकनीशियन, मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग, एनआइटीआर) शामिल हैं.

1.4 लाख की लागत से हुआ है विकसित

टमाटर के कुशल भंडारण और परिवहन के लिए डिजाइन किया गया यह अभिनव कम लागत वाला, मोबाइल जीरो एनर्जी कूलिंग चैंबर 16-18 डिग्री सेल्सियस की सटीक तापमान सीमा के साथ 750-1000 किलोग्राम तक वजन रख सकता है. यह बिना किसी बाहरी ऊर्जा आपूर्ति (शून्य ऊर्जा) के चलता है, जो कम लागत वाली इन्सुलेशन परत का उपयोग करके वाष्पीकरणीय शीतलन तकनीक के सिद्धांत पर चलता है. इकाई का सबसे महत्वपूर्ण लाभ इसकी गतिशीलता है, क्योंकि इसे ट्रकों, ट्रैक्टरों, छोटे पिकअप और यहां तक कि ट्रेनों सहित विभिन्न वाहनों पर आसानी से लगाया जा सकता है. इस इकाई को 1.4 लाख रुपये की लागत से विकसित किया गया है.

ऐसे काम करता है कूलिंग चैंबर

इसमें इष्टतम तापमान और आर्द्रता के लिए चुंबकीय और वाष्पीकरण शीतलन का संयोजन किया गया है. इस तकनीक का उपयोग करते हुए, विकसित इकाई गीले पैड के माध्यम से हवा खींचती है, और जैसे ही पानी वाष्पित होता है, हवा ठंडी और अधिक आर्द्र हो जाती है, जिससे तापमान को कम करने का एक प्राकृतिक और ऊर्जा-कुशल तरीका मिलता है. जून 2023 में लॉन्च किया गया टोमेटो ग्रैंड चैलेंज उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय, नवाचार प्रकोष्ठ मंत्रालय और एआइसीटीइ इंडिया द्वारा एक सहयोगी पहल थी. इसने कृषि चुनौतियों का समाधान करने और टमाटर की आपूर्ति श्रृंखला को स्थिर करने के लिए अभिनव विचारों की मांग की. प्रतियोगिता ने छात्रों, शोधकर्ताओं, उद्योग के पेशेवरों और स्टार्टअप्स से 1,376 विचारों को आकर्षित किया. इनमें से 467 को शॉर्टलिस्ट किया गया, 28 को प्रोटोटाइप फंडिंग मिली और टीम एनआइटी राउरकेला विजेता बनी. कार्यक्रम के दौरान, एनआइटीआर टीम को ‘इन्वेस्टर पिच डेक’ में भाग लेने का अवसर भी मिला और टमाटर मूल्य श्रृंखला के डिजाइन में व्यापक और केंद्रित हस्तक्षेप के दबाव वाले मुद्दे के लिए उनके अभिनव समाधान के लिए उनकी बहुत सराहना की गयी.

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