संबलपुरी बांधकला इक्कत साड़ी पर आया नीता अंबानी का दिल
मुंबई के जियो वर्ल्ड सेंटर में लगी प्रदर्शनी में संबलपुरी कलाकारों से नीता अंबानी ने लंबी बातचीत की. इस दौरान पेपर और सप्तापर बांधकला पर आधारित दो साड़ियां खरीदी तथा दो और बनाने का ऑर्डर दिया.
बामड़ा. रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुखिया मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी का दिल संबलपुरी बांधकला पर आया है. उन्होंने इसकी जमकर प्रशंसा की है. मुंबई स्थित जियो वर्ल्ड सेंटर स्थित नीता मुकेश अंबानी सांस्कृतिक केंद्र में 25 जनवरी से चल रहे स्वदेशी मेला में पांच राज्यों के क्षेत्रीय कारीगरों द्वारा लाइव प्रदर्शनी के जरिये लोगों को अपने कला-कौशल से रूबरू कराया जा रहा है. यह मेला 20 अप्रैल तक चलेगा. 28 मार्च को नीता अंबानी ने ओडिशा से आये एकमात्र संबलपुरी बांधकला के कारीगर राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता पश्चिम ओडिशा के बरपाली के मकरध्वज मेहेर और उनकी पत्नी सुकांती मेहेर के इकत मंडप पर पहुंचकर लंबी बातचीत की. इस दौरान उन्होंने संबलपुरी बांधकला के बारे में जानकारी हासिल की. सुकांती ने नीता अंबानी से ओडिशा के 1,15,000 बुनकरों के भविष्य पर चर्चा की. साथ ही इन बुनकरों के उत्थान के लिए पहल करने का निवेदन किया. सुकांती मेहर ने नीता अंबानी को अपने हाथों से ओडिशा के आराध्य देव श्री जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा पर बांधकला की वॉल हैंगिंग तोहफे में दी. नीता अंबानी ने संबलपुरी पेपर बांधकला और सप्तापर बांधकला पर आधारित दो साड़ी खरीदी और दो साड़ी बनाने का ऑर्डर भी दिया. नीता अंबानी के साथ मेला के प्रबंधक रोहित धवन भी उपस्थित थे.
भूटान के प्रधानमंत्री समेत कई हस्तियों ने की सराहना
मेहर दंपती ने बताया कि प्रदर्शनी के इकत मंडप में उन्होंने लोगों को संबलपुरी बांधकला के विभिन्न चरणों में बनने के प्रक्रिया के विषय जागरूक करने के साथ संबलपुरी बांधकला साड़ी का प्रदर्शन किया. सुकांती ने बताया कि उनके इकत मंडप में संबलपुरी बांधकला को देखने भूटान के प्रधानमंत्री, मिस वर्ल्ड, भारत के महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, गृहमंत्री अमित शाह की पत्नी, सैमसंग के सीइओ समेत कई मशहूर हस्तियां पहुंचीं. सुकांती ने बताया कि ओडिशा से सिर्फ संबलपुरी बांधकला को लेकर उन्हें बुलाया गया था. नीता अंबानी ने मुंबई के एक पांच सितारा होटल में इन बुनकरों के ठहरने का इंतजाम कर रखा है. नीता अंबानी ने अपनी वेबसाइट पर संबलपुरी बांधकला को लेकर लंबा आलेख और विजुअल भी प्रस्तुत किया है. मेला में केरल, आंध्रप्रदेश, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों के कारीगर शामिल हुए हैं. मेला में पारंपरिक बयनकला, हस्तकला, हथकरघा सामग्री के प्रचार-प्रसार और मार्केटिंग को प्लेटफॉर्म देने के उद्देश्य से ये मेला का आयोजन किया जा रहा है.