भुवनेश्वर. ओडिशा विधानसभा का बजट सत्र सोमवार से शुरू होने वाला है. इससे पूर्व रविवार को राज्य सरकार द्वारा बुलायी गयी सर्वदलीय बैठक में विभिन्न दलों के नेता शामिल हुए. विधानसभा अध्यक्ष सूरमा पाढ़ी की अध्यक्षता में आयोजित सर्वदलीय बैठक में मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी और दो उपमुख्यमंत्रियों के साथ विपक्ष की मुख्य सचेतक प्रमिला मल्लिक उपस्थित थीं. इसी तरह संसदीय कार्य मंत्री मुकेश महालिंग, कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन भी मौजूद थे. विधानसभा अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी ने कहा कि 17वीं ओडिशा विधानसभा के वर्तमान सत्र के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए बैठक के दौरान सभी राजनीतिक दलों के नेताओं द्वारा दिये गये सुझावों पर विस्तृत चर्चा की गयी.
विपक्ष के नेता नवीन पटनायक नहीं आये बैठक में
संसदीय कार्य मंत्री मुकेश महालिंग ने बैठक के बाद मीडियाकर्मियों से कहा कि नयी सरकार का पहला सत्र सोमवार को शुरू होने जा रहा है. हमें उम्मीद है कि मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी के नेतृत्व और विधानसभा अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी के मार्गदर्शन में सदन सुचारू रूप से चलेगा. उन्होंने बताया कि आज सुबह मुख्यमंत्री मोहन माझी व उप मुख्यमंत्री केवी सिंहदेव ने विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मुलाकात की और उन्हें सर्वदलीय बैठक में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था. मुख्यमंत्री माझी ने श्री पटनायक से विधानसभा सत्र में नियमित रूप से उपस्थित रहने और सरकार को अपने रचनात्मक सुझाव देने का भी आग्रह किया. श्री महालिंग ने कहा कि इस बैठक के लिए उन्होंने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शरत पटनायक से भी टेलीफोन पर बात की थी. साथ ही माकपा विधायक लक्ष्मण मुंडा से भी बैठक में शामिल होने के लिए अनुरोध किया था. इसके बावजूद नवीन सर्वदलीय बैठक में शामिल नहीं हुए. बीजद के ओर से मुख्य सचेतक प्रमिला मलिक इसमें शामिल हुईं. इसी तरह आज की सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस पार्टी से भी कोई शामिल नहीं हुआ. बैठक के बाद विपक्ष की मुख्य सचेतक प्रमिला मलिक ने बताया कि सदन को कैसे सुचारू और शांतिपूर्ण ढंग से चलाया जाये, नेताओं ने इस बात पर विचार-विमर्श किया.
कांग्रेस और माकपा ने सर्वदलीय बैठक में हिस्सा नहीं लिया
ओडिशा में विपक्षी कांग्रेस और माकपा ने विधानसभा सत्र से पहले रविवार को स्पीकर सूरमा पाढ़ी द्वारा बुलायी गयी सर्वदलीय बैठक में भाग नहीं लिया. विपक्ष के नेता नवीन पटनायक बैठक में शामिल नहीं हुए. बीजू जनता दल (बीजद) का प्रतिनिधित्व उसकी मुख्य सचेतक प्रमिला मलिक ने किया. कांग्रेस विधायक ताराप्रसाद बहिनीपति ने कहा कि पार्टी बैठक में शामिल नहीं हुई क्योंकि इस बात पर निर्णय नहीं हुआ कि विधायक दल का नेता कौन होगा. संसदीय कार्य मंत्री मुकेश महालिंग ने कहा कि बीजद के मुख्य सचेतक के साथ हमारी चर्चा हुई और उन्होंने सदन के सुचारू संचालन के लिए पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अभी तक विधानसभा में अपने नेता का नाम तय नहीं किया है. मैंने सुबह प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शरत पटनायक से बात की और उनसे बैठक में एक विधायक भेजने का अनुरोध किया. बैठक में माकपा के एकमात्र विधायक भी शामिल नहीं हुए. बैठक के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सभी सदस्यों के सुझाव लिये गये. कल राज्यपाल के अभिभाषण के साथ विधानसभा की कार्यवाही शुरू होगी. सभी ने उपयुक्त सहयोग का आश्वासन दिया है. विधानसभा सचिवालय द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, सत्र सोमवार को शुरू होगा और 13 सितंबर तक चलेगा. तय कार्यक्रम के अनुसार, सत्र में 27 कार्य दिवस होंगे और 2024-25 का बजट 25 जुलाई को पेश किया जायेगा.
मुख्यमंत्री की जन शिकायत सुनवाई आज बंद रहेगी
प्रत्येक सोमवार को आयोजित होने वाली मुख्यमंत्री की जन शिकायत सुनवाई विधानसभा सत्र शुरू होने के कारण 22 जुलाई (सोमवार) को बंद रहेगी. सूचना एवं जनसंपर्क विभाग ने सोशल मीडिया एक्स पर इस संबंध में पोस्ट कर जानकारी दी है. सामान्य प्रशासन एवं लोक शिकायत विभाग ने इस संबंध में एक सर्कुलर जारी किया है. यह इस महीने दूसरी बार है, जब जन सुनवाई बंद की गयी है. इससे पहले पिछली बार आठ जुलाई को रथयात्रा की छुट्टी के कारण जन सुनवाई बंद की गयी थी. उल्लेखनीय है कि अनेक सालों तक राज्य में मुख्यमंत्री द्वारा जन सुनवाई को बंद रखा गया था. मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने गत एक जुलाई को जन सुनवाई फिर से शुरू की थी.
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