Odisha News: निर्माण श्रमिक की दुर्घटना में मृत्यु होने पर अब परिजनों को मिलेंगे छह लाख : मुख्यमंत्री
Odisha News: लोक सेवा भवन के कन्वेंशन सेंटर में निर्माण श्रमिक कल्याण समारोह आयोजित हुआ. मुख्यमंत्री ने निर्माण श्रमिकों को मिल रही सहायता राशि में बढ़ोतरी की घोषणा की.
Odisha News: मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने राज्य के निर्माण श्रमिकों को मिल रही सहायता राशि में बढ़ोतरी की घोषणा की है. किसी दुर्घटना में निर्माण श्रमिक की मृत्यु होने पर परिवार को मिलने वाली सहायता राशि को चार लाख रुपये से बढ़ाकर छह लाख रुपये कर दिया है. मुख्यमंत्री माझी बुधवार को लोक सेवा भवन के कन्वेंशन सेंटर में श्रम एवं कर्मचारी राज्य बीमा विभाग की ओर से आयोजित निर्माण श्रमिक कल्याण समारोह के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में यह घोषणा की. उन्होंने कहा कि प्राकृतिक मृत्यु होने पर निर्माण श्रमिकों के परिवार को अब दो लाख की बजाय तीन लाख रुपये दिये जायेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि निर्माण श्रमिक अर्थव्यवस्था के विकास में रीढ़ की तरह हैं. चाहे वह सड़क हो, रेलवे, इमारतें, कारखाने, बंदरगाह, हवाई अड्डे, स्कूल, अस्पताल या फिर कोई भी निर्माण हो, आपके बिना इसकी परिकल्पना करना असंभव है. मनुष्य ईश्वर की बनायी एक ऐसी रचना है, जो सृजनकर्ता हो सकता है. सोच सकता है और निर्माण कर सकता है. गढ़ने की प्रक्रिया ही निर्माण है. निर्माण में श्रम का योगदान सर्वाधिक है. हमारे कुशल श्रमिक साधारण को असाधारण बना सकते हैं. सीमेंट, रेत, ईंटों से खूबसूरत इमारतें बनायी जा सकती हैं. लौह और इस्पात कारखानों में लोहा, इस्पात और एल्युमीनियम का उपयोग किया जाता है. इसलिए वे सच्चे राष्ट्र निर्माता हैं. निर्माण क्षेत्र न केवल हमारी अर्थव्यवस्था को समृद्ध करता है, बल्कि व्यापक रोजगार भी प्रदान करता है. निर्माण के क्षेत्र में पारंपरिक ज्ञान और आधुनिक तकनीक का मिश्रण देखा जा सकता है.
निर्माण श्रमिकों की समस्याओं को लेकर राज्य सरकार गंभीर
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार श्रमिकों की कठिनाइयों और परेशानियों को गंभीरता से ले रही है. ओडिशा निर्माण और अन्य निर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड का गठन इस बात को ध्यान में रखकर किया गया है कि अभाव, कठिनाई के समय, सेवा समाप्ति के बाद या दुर्घटना या प्राकृतिक मृत्यु की स्थिति में उनके परिवारों के कल्याण के लिए उनकी सुरक्षा कैसे की जायेगी. इसलिए हर किसी को सामाजिक सुरक्षा पाने के लिए बोर्ड में अपना नाम पंजीकरण कराना होगा. संकट के समय में यह संस्था न केवल एक सरकारी एजेंसी के रूप में, बल्कि आपके प्रिय मित्र के रूप में भी कार्य करेगी. प्रत्येक जिले में आपकी सहायता के लिए श्रम अधिकारी भी उपलब्ध हैं. इसके लिए ‘मो सेवा’ नाम का एक पोर्टल भी काम कर रहा है. निर्माण श्रमिकों के परिवारों के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए बोर्ड द्वारा ये लाभ प्रदान किये गये हैं. आप सभी को इस श्रमिक कल्याण बोर्ड से जुड़ना चाहिए और सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आपके साथ है और हमेशा रहेगी.
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