Jharsuguda News: कुचिंडा विधायक सह राज्य के पंचायतीराज, ग्रामीण विकास और पेयजल आपूर्ति मंत्री रविनारायण नायक ने सोमवार को संबलपुर डीएम और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बामड़ा प्रखंड के कुटारीमाल, उचकापाट समेत अन्य धान मंडियों का जायजा लिया और किसानों से रूबरू हुए. इस दौरान किसानों और किसान संगठन के प्रतिनिधियों ने प्रशासन द्वारा धान की बोरी उपलब्ध नहीं कराने, धान खरीदने के लिए किसान धान मंडी नहीं पहुंचने, कटनी-छंटनी को लेकर शिकायत दर्ज करायी. किसानों ने उनका धान एफएक्यू गुणवत्ता का होने के बावजूद नॉन एफएक्यू किये जाने को लेकर रोष जताया.
मंत्री ने अधिकारियों को समस्याओं के समाधान का दिया निर्देश
मंत्री नायक ने विभागीय अधिकारियों से किसानों को धान की बोरी उपलब्ध कराने तथा धान खरीद में आ रही विभिन्न दिक्कतों का तुरंत समाधान करने के निर्देश दिये. मंत्री के बामड़ा प्रखंड में धानमंडी निरीक्षण करने के प्रोग्राम के विषय में मीडियाकर्मियों को अंधेरे में रखने को लेकर मीडियाकर्मियों ने कुचिंडा एसडीएम से नाराजगी जतायी.
झारसुगुड़ा : धान बेचने के लिए 21,729 किसानों ने कराया पंजीकरण
चालू वर्ष खरीफ धान खरीदी के लिए झारसुगुड़ा जिला में किसानों का पंजीकरण जारी है. इस बार धान बेचने के लिए 21 हजार 729 किसानों ने धान बेचने के लिए पंजीकरण कराया है. हालांकि, यह संख्या पिछले साल के मुकाबले 406 कम है. पिछले साल खरीफ धान बिक्री के लिए कुल 22 हजार 135 किसानों ने पंजीकरण कराया था. इस बार एमएसपी के अलावा 800 रुपये की इनपुट सब्सिडी देने की घोषणा राज्य सरकार की ओर से की गयी है. इसके बाद भी कम संख्या में किसानों का धान बेचने के लिए पंजीकरण कराना चर्चा का विषय बना हुआ है. जिला में रेगुलेटरी मार्केट कमेटी (आरएमसी) के पांच मार्केट यार्ड सहित 32 पैक्स व 30 महिला स्वयं सहायता समूहाें की ओर से धान की खरीदारी की जायेगी. इस वर्ष प्रथम चरण में सात लाख क्विंटल धान खरीदने का लक्ष्य निर्धारित है. वहीं गत वर्ष 7 लाख 14 हजार क्विंटल धान संग्रह किया गया था. चलित वर्ष अब तक 12 हजार 438 किसानों को टोकन मिला है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है