सड़क न होने से गांव नहीं आयी गाड़ी, मरीज की रास्ते में ही चली गयी जान
साप तृप्ति गांव में पक्की सड़क नहीं होने के एक कारण एक मरीज की मौत हो गयी, क्योंकि मरीज को अस्पताल पहुंचने के लिए वाहन नहीं पहुंच सका.
राजगांगपुर ,
राजगांगपुर ब्लॉक के मालीडीह पंचायत के साप तृप्ति गांव निवासी रमेश लकड़ा की बेटी मनीषा(14) बीमार थी. अचानक उसकी स्थिति खराब होने लगी थी. इससे घरवालों के हाथ पैर फूल गये तथा उसे राजगांगपुर अस्पताल ले जाने के लिए एक किराये की गाड़ी मंगवायी थी लेकिन गाड़ी उनके घर से करीब चार किलोमीटर पहले ही रुक गयी, क्योंकि उनके घर तक जाने के लिए कोई पक्की सड़क नहीं थी. गाड़ी तक मनीषा को ले जाने के लिए घरवालों को इस चार किलोमीटर का सफर खटिया के सहारे पूरा करना पड़ा. किंतु इसमें देर लगने के कारण अस्पताल पहुंचने से पहले ही रास्ते में उनकी मौत हो गयी. इस गांव के लिए इस तरह की पहली घटना नहीं है.गत जनवरी महीने में भी ऐसी ही घटना इस गांव से आयी थी. गांव वासियों द्वारा बार-बार इस सड़क के निर्माण के लिए मांग की जाती रही है.लेकिन अभी तक इस पर सरकार या प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया है.रायगड़ा और कोरापुट में डायरिया फैलने से 1 की मौत, 44 अस्पताल में भर्ती
रायगड़ा/कोरापुट:
ओडिशा के रायगड़ा और कोरापुट जिलों के कई हिस्सों में डायरिया के प्रकोप के बीच कथित तौर पर एक मरीज की मौत हो गयी और कम से कम 44 अन्य इस बीमारी से प्रभावित हुए हैं. प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, जल-जनित बीमारी ने कथित तौर पर रायगड़ा में एक व्यक्ति की जान ले ली और कम से कम चार अन्य को गंभीर रूप से घायल कर दिया, जबकि कोरापुट में लगभग 40 लोग प्रभावित हुए. मरीजों ने दस्त, उल्टी, मतली और पेट दर्द की शिकायत की.मृतक की पहचान गोपाल कंदमका के रूप में की गयी है, जिसे दस्त की शिकायत के बाद शुरू में मुनिगुडा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में भर्ती कराया गया था. जैसे ही उनकी हालत बिगड़ती गयी, उन्हें रायगड़ा जिला मुख्यालय अस्पताल (डीएचएच) में स्थानांतरित कर दिया गया, जहां कथित तौर पर इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गयी. रायगढ़ा के चार प्रभावित व्यक्तियों में से एक का इलाज मुनिगुडा सरकारी अस्पताल में चल रहा है, जबकि तीन अन्य का इलाज बिसमकटक के क्रिश्चियन अस्पताल में चल रहा है. उनकी हालत गंभीर बतायी जा रही है. कोरापुट जिले में डायरिया के कई मामले सामने आये. जिले के सेमिलिगुडा ब्लॉक के सबई गांव के 40 निवासियों का इलाज चल रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है