Rourkela News: 24 हाथियों के झुंड ने रौंदी फसल, खौफजदा लोगों ने वन विभाग का कार्यालय घेरा
Rourkela News: हाथियों के उत्पात से परेशान लाठीकटा की पांच ग्रामपंचायत के लोगों ने वन विभाग का कार्यालय घेरा. उन्होंने ठोस पहल नहीं होने पर डीएफओ कार्यालय घेरने की चेतावनी दी.
Rourkela News: हाथियों के उत्पात से त्रस्त पांच ग्रामपंचायतों के 100 से अधिक ग्रामीणों ने गुरुवार को बिरकेरा सरपंच रवि तिर्की की अगुआइ में जोड़ाकूदर गांव स्थित बिरडा सेक्शन वन विभाग कार्यालय का घेराव किया. ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर नारेबाजी की और अपनी मांगों से जुड़ा ज्ञापन वन अधिकारियों को सौंपा. 15 दिनों के अंदर मांग पूरी नहीं होने पर डीएफओ कार्यालय के घेराव की चेतावनी भी ग्रामीणों ने दी. लाठीकटा प्रखंड के बिरकेरा, बिरडा, बड़दलकी, टांइसर और जोड़ाकूदर गांव में दो माह से 24 हाथियों का एक झुंड उत्पात मचा रहा है. हाथियों के भय से ग्रामीण रात को ठीक से सो भी नहीं पाते हैं. रोजाना हाथी फसल खाने के साथ नुकसान भी करते हैं, जिससे ग्रामीण त्रस्त आ चुके हैं. वहीं नुकसान के बाद वन विभाग जो सहायता राशि उपलब्ध कराती है, वह ऊंट के मुंह में जीरा की तरह होती है.
वन विभाग पर लगाया ग्रामीणों की समस्या के प्रति गंभीर नहीं होने का आरोप
18 अक्तूबर को डेगाघाट के अजीत बारा व 8 नवंबर को सिंगेर गांव के विष्णु तिग्गा की हाथियों के हमले में मौत हो गयी थी. इसके अलावा कई लोग घायल हुए हैं. इसके बावजूद वन विभाग अब तक ऐसी कोई कदम नहीं उठा पाया है, जिससे लगे कि लोगों की समस्या के प्रति गंभीर है. वन विभाग हाथियों के आने की पूर्व सूचना या फिर माइक के जरिये इस बारे में जानकारी देने जैसे बुनियादी काम भी नहीं कर रहा है. इन सभी समस्याओं के खिलाफ आज ग्रामीणों ने घेराव किया. जिसमें बड़दलकी सरपंच राकां खालको, जिला परिषद सदस्य संयुक्ता बार्ला, टांइसर सरपंच सुमति खालको, बिरडा सरपंच लतिका तिर्की, जोड़ाकूदर सरपंच प्रतिमा मांझी, लाठीकटा प्रखंड चेयरमैन दिलीप खेस सहित अन्यों ने वनखंड अधिकारी के नाम से ज्ञापन सौंपा. वन विभाग के फॉरेस्टर सुमंत परिडा तथा मधुसूदन सेनापति ने ज्ञापन लिया. स्थिति को देखते हुए कलुंगा पुलिस चौकी की टीम मौके पर मौजूद थी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है