Jharsuguda News: राजनीतिक दबाव में काम कर रही है झारसुगुड़ा जिले की पुलिस : दीपाली दास
Jharsuguda News: पूर्व मंत्री के बेटे विशाल दास को छत्तीसगढ़ में हिरासत में लिये जाने के बाद जिले की राजनीति गरमा गयी है.
Jharsuguda News: छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के सरायपाली, भंवरपुर और शंकरा पुलिस थानों में गुरुवार रात पूर्व मंत्री दिवंगत नव किशोर दास के बेटे तथा झारसुगुड़ा की पूर्व विधायक दीपाली दास के भाई विशाल दास और उनके समर्थकों को हिरासत में लिये जाने के बाद जिले की राजनीति गरमा गयी है. झारसुगुड़ा की पूर्व विधायक दीपाली दास ने शुक्रवार को छत्तीसगढ़ पुलिस की कार्रवाई के विरोध में अपने समर्थकों के साथ जिलाधीश कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और ज्ञापन सौंपा. उन्होंने झारसुगुड़ा जिले की पुलिस पर राजनीतिक दबाव में काम करने का आरोप लगाया. साथ ही उन्होंने उनके व परिवार के प्रति खतरा होने की बात भी कही.
अविश्वास प्रस्ताव के लिए मतदान में भाग लेने से रोकने के लिए की गिरफ्तारी
दीपाली दास ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि किरमिरा ब्लॉक चेयरमैन कृष्ण प्रिया साहू के खिलाफ आहूत अविश्वास प्रस्ताव पर शुक्रवार को मतदान होना था. बीजद के 12 समिति सदस्य व सरपंच जो गत कुछ महीनों से अंडरग्राउंड थे, वे इसमें मतदान के लिए आने वाले थे. इस बीच छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिला की सरायपाली पुलिस ने उन्हें थाना ले जाकर कर रात से रोक रखा था. इसकी सूचना पाकर पूर्व विधायक दीपाली दास के भाई विशाल दास अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंचे, तो उन सभी को भी पुलिस ने थाना में ही रोक लिया. किस कारण से रोका गया है, पूछने पर पुलिस कुछ नहीं बता रही थी. झारसुगुड़ा की पूर्व विधायक दीपाली दास ने इस पूरी घटना के पीछे राजनीतिक साजिश का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि जिला पुलिस ने राजनीतिक दबाव में मेरे भाई को जानबूझ कर छत्तीसगढ़ पुलिस को सौंप दिया, ताकि वे लोग आज किरमिरा में होने वाले अविश्वास प्रस्ताव के मतदान में भाग नहीं ले सकें. भाजपा को डर है कि अगर मतदान हुआ, तो उसका चेयरमैन हार जायेगा. इसलिए ऐसी घटना को अंजाम दिया गया है.
बीजद ने जिलाधीश कार्यालय का किया घेराव, सौंपा ज्ञापन
विशाल दास को हिरासत में लिये जाने के खिलाफ शुक्रवार सुबह दीपाली दास व जिला बीजद अध्यक्ष रवि सिंह के नेतृत्व में सैकड़ों बीजद कार्यकर्ताओं ने जिलाधीश कार्यालय का घेराव किया और जिलाधीश के नाम वाला मांगपत्र उनकी अनुपस्थिति में एडीएम ब्रजबंधु भोई को सौंपा. इसमें पुलिस के राजनीतिक दबाव में काम कर गणतंत्र कि हत्या करने का आरोप लगाया है. साथ ही इस पर आवश्यक कदम उठाने की मांग की है. मांगपत्र की एक-एक प्रति उत्तरांचल राजस्व कमिश्नर, राज्य के सचिव, गृह विभाग व ओडिशा सरकार को भी भेजी गयी है.अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग रद्द
किरमिरा पंचायत समिति की अध्यक्ष कृष्णा प्रिया साहू के खिलाफ बहुचर्चित अविश्वास प्रस्ताव पर शुक्रवार सुबह 10:30 बजे मतदान होना था. इसके लिए पंचायत समिति कार्यालय के समक्ष अध्यक्षता करने वाले पीए आइटीडीए, मजिस्ट्रेट के प्रभार पर मौजूद किरमिरा तहसीलदार और पुलिस मौजूद थी. लेकिन सुबह 11 बजे तक कोई भी सरपंच या समिति सदस्य उपस्थित नहीं हुआ. जिस कारण बैठक रद्द कर दी गयी और मतदान के लिए आये अधिकारी वापस लौट गये.नवीन ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर की थी विशाल व अन्य की रिहाई की मांग
इससे पूर्व बीजू जनता दल (बीजद) प्रमुख नवीन पटनायक ने शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को पत्र लिखकर ओडिशा के पूर्व मंत्री दिवंगत नव किशोर दास के बेटे विशाल दास और कई पंचायत राज प्रतिनिधियों की तत्काल रिहाई सुनिश्चित करने का आग्रह किया था. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में पटनायक ने इस घटना को ‘परेशान करने वाला’ बताया. पटनायक ने कहा था कि मैं आपसे अनुरोध करूंगा कि इस मामले पर गौर करें तथा उनकी तत्काल रिहाई और सुरक्षा सुनिश्चित करें. हिरासत में लिए गये लोगों में पंचायती राज संस्था की कई महिला सदस्य भी हैं. दूसरी ओर, भाजपा नेता सरोज पाढ़ी ने हिरासत के आरोपों को खारिज कर दिया और सवाल किया कि विशाल दास और अन्य देर रात छत्तीसगढ़ में क्यों मौजूद थे.छत्तीसगढ़ पुलिस ने पूर्व मंत्री के बेटे व सहयोगियों को नोटिस देकर छोड़ा
इधर सूचना मिली है कि छत्तीसगढ़ पुलिस ने शुक्रवार दोपहर के बाद विशाल दास व समर्थकों को नोटिस देकर रिहा कर दिया है. उनके समर्थकों के साथ शुक्रवार देर रात झारसुगुड़ा पहुंचने की उम्मीद है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है