ओडिशा में चुनाव : पोलिंग व प्रिजाइडिंग अधिकारी को अस्पताल में कराना पड़ा भर्ती
सुंदरगढ़ जिले में सोमवार को भीषण गर्मी के कारण सिर चकराने से एक पोलिंग अधिकारी औंधे मुंह गिर पड़े. वहीं मतदाताओं को हंगामा करते देखकर एक महिला प्रिजाइडिंग अधिकारी इतनी भयभीत हो गयीं कि अचेत होकर गिर पड़ीं. दोनों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है.
राउरकेला. सुंदरगढ़ जिले में सोमवार को भीषण गर्मी के कारण सिर चकराने से एक पोलिंग अधिकारी औंधे मुंह गिर पड़े. उनके सिर में गहरी चोट लगी है. उन्हें गंभीर हालत में राउरकेला सरकारी अस्पताल (आरजीएच) में भर्ती कराया गया है. इस पोलिंग अधिकारी की पहचान रवींद्र कुमार के तौर पर हुई है. राउरकेला बसंती कॉलोनी के व्यासदेव सरकारी विद्यालय के बूथ नंबर-130 में भी सुबह से ही मतदाताओं की कतार लगनी शुरू हो गयी थी. लेकिन बूथ के बाहर शेड न होने से मतदाता गर्मी से परेशान रहे. इसके अलावा यहां के पोलिंग अधिकारी रवींद्र कुमार भी गर्मी के कारण बेहोश होकर गिर गये. गौरतलब है कि रविवार की रात कालबैसाखी के प्रभाव में झमाझम बारिश होने के बाद भी सोमवार की सुबह सात बजे से ही गर्मी ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया गया था. बूथों पर मतदाताओं के लिए छोटा शेड बनाया गया था. लेकिन यह लंबी कतार में अपनी बारी का इंतजार कर रहे मतदाताओं को धूप से सुरक्षा देने में नाकाफी था. अधिकतर मतदाताओं को कड़ी धूप में इंतजार करना पड़ा.
मतदाताओं के हंगामा करने से भयभीत थीं प्रिजाइडिंग अधिकारी
इधर, सुंदरगढ़ नगरपालिका क्षेत्र के बूथ नंबर-211 में इवीएम की गड़बड़ी देखी गयी. जिससे वहां पर भी मतदान विलंब से शुरू हुआ. इसे लेकर स्थानीय मतदाताओं के हंगामा करने से वहां पर तनाव देखा गया. मतदाताओं को हंगामा देखकर एक महिला प्रिजाइडिंग अधिकारी इतनी भयभीत हो गयीं कि अचेत होकर गिर पड़ीं. उन्हें गंभीर हालत में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
गोपबंधुपल्ली बूथ में श्रम मंत्री को देख भड़के लोग, पुलिस ने मामला शांत कराया
स्मार्ट सिटी में पूरा मतदान शांतिपूर्ण रहा, लेकिन गोपबंधुपल्ली हाइस्कूल के बूथ में श्रम मंत्री शारदा प्रसाद नायक की मौजूदगी देखकर कुछ लोग भड़क गये. जिसके बाद बीजद-भाजपा दोनों के कार्यकर्ता आमने-सामने आ गये. हालांकि इससे पहले कि किसी तरह की बड़ी घटना घटती, पुलिस तत्काल पहुंच गयी और स्थिति को नियंत्रण में ले लिया. इस दौरान जमकर नारेबाजी हुई. भाजपाइयों ने आरोप लगाया कि श्रम मंत्री मतदाताओं को प्रभावित करने का प्रयास कर रहे थे. काफी संख्या में स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गयी. पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. जिसके बाद हालात काबू में आये. श्रम मंत्री को पुलिस अपनी सुरक्षा घेरे में निकालकर ले गयी. वहीं स्थानीय लोग उनके खिलाफ लगातार नारेबाजी करते रहे. इस पूरी घटना का वीडियो भी कुछ लोगों ने बनाया, जो शाम तक वायरल हो गया. घटना के कारण कुछ समय के लिए मतदान प्रभावित भी हुआ और लोग वहां इन घटनाओं को देखने में व्यस्त हो गये. बाद में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती के बाद मतदान प्रक्रिया सामान्य हुई.
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