Rourkela New : राउरकेला रेलवे स्टेशन में प्रीपेड ऑटो रिक्शा स्टैंड सात साल से बंद, केबिन बनी असामाजिक तत्वों का अड्डा

Rourkela New : राउरकेला रेलवे स्टेशन में 2016 में यहां प्रीपेड ऑटो रिक्शा स्टैंड की शुरुआत हुई थी. यह सुविधा दो माह बाद ही बंद हो गयी थी.

By Prabhat Khabar News Desk | February 10, 2025 11:44 PM

Rourkela New : राउरकेला रेलवे स्टेशन से शहर के अलग-अलग स्थानों के लिए ऑटो सुविधा उपलब्ध कराने के लिए राउरकेला रेलवे स्टेशन में प्रीपेड ऑटो रिक्शा स्टैंड बनाया गया था. इससे यात्रियों को निर्धारित दर पर अपने गंतव्य तक यात्रा करने में आसानी होती थी. लेकिन यह सेवा पिछले सात साल से बंद है. ऑटो चालक यात्रियों से मनमाना भाड़ा वसूल रहे हैं. इसको लेकर लोगों को परेशानी हो रही है. वहीं, स्टेशन में बंद पड़ी प्रीपेड ऑटो रिक्शा स्टैंड की केबिन असामाजिक तत्वों का अड्डा बन गयी है.

ऑटो चालक वसूल रहे मनमाना किराया

राउरकेला रेलवे स्टेशन में प्रीपेड ऑटो रिक्शा स्टैंड की परिकल्पना पूर्व एडीएम मोनिषा बनर्जी ने 2016 में की थी. 2017 में यह सेवा शुरू की गयी, लेकिन दो महीने के भीतर ही इसे बंद कर दिया गया. जिस केबिन से यह सेवा संचालित हो रही थी, वह अब वीरान पड़ी है तथा असामाजिक तत्वों का अड्डा बन गयी है. दूसरी तरफ ऑटो चालकों द्वारा यात्रियों से छेंड, कोयल नगर, फर्टिलाइजर टाउनशिप, पानपोष, बंडामुंडा आदि इलाकों में जाने के लिए मोटी रकम वसूली जाती है.

बुजुर्गों व महिलाओं को हो रही खासी परेशानी

हाल ही देर रात पहुंचे एक बुजुर्ग दंपती को स्टेशन से अपने घर जाने के लिए समस्याओं से दो-चार होना पड़ा. उन्हें दो घंटे से अधिक समय तक इंतजार करना पड़ा, लेकिन उन्हें कोई ऑटो नहीं मिली. स्टेशन पर मौजूद आरपीएफ और जीआरपी के जवानों से मदद की गुहार लगायी, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ. अंत में उनके पड़ोसी ही उनकी मदद के लिए स्टेशन पहुंचे और उन्हें घर पहुंचाया. उपराेक्त बुजुर्ग दंपती के साथ एक महिला यात्री को भी इसी तरह की समस्या का सामना करना पड़ा है. स्थिति अभी भी जस की तस बनी हुई है, लेकिन ऐसा लगता है कि प्रशासन यात्रियों की मदद करने के मूड में नहीं है.

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