भुवनेश्वर.
ओडिशा की भाजपा सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के करीबी सहयोगी वीके पांडियन के द्वारा बीजू जनता दल (बीजद) के शासन के दौरान सरकारी हेलीकॉप्टरों का कथित तौर पर व्यापक इस्तेमाल की जांच शुरू कर दी है.लोकसभा और विधानसभा चुनावों में बीजद की हार के बाद सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने वाले पांडियन पर लोगों के दरवाजे पर शिकायत निवारण सुनवाई करने के लिए सरकारी हेलीकॉप्टरों का अंधाधुंध इस्तेमाल करने का आरोप है.ओडिशा के वाणिज्य और परिवहन मंत्री विभूति भूषण जेना ने कहा कि राज्य सरकार 2000 बैच के सेवानिवृत्त आइएएस अधिकारी पांडियन द्वारा हेलीकॉप्टरों के व्यापक रूप से इस्तेमाल की जांच कर रही है. सरकारी खजाने के दुरुपयोग के खिलाफ निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी. लोगों ने फरवरी 2020 और दिसंबर 2023 के बीच राज्य भर में पांडियन की लगातार हेलीकॉप्टर यात्रा पर सवाल उठाए हैं. राज्य के भाजपा नेताओं द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों के अनुसार, पांडियन ने 2023 में ओडिशा के सभी 30 जिलों में शिकायत निवारण सुनवाई के लिए 190 स्थानों का दौरा किया था. पूर्ववर्ती बीजद सरकार ने दावा किया था कि सत्र के दौरान पांडियन ने 57,442 याचिकाएं एकत्र की थीं जिनमें से 43,536 मुद्दों का समाधान किया गया था. हालांकि, उसने हेलीकॉप्टर यात्रा पर खर्च की गयी राशि का खुलासा नहीं किया. ओडिशा के कानून, उत्पाद शुल्क और निर्माण मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने कहा कि इस अवधि के दौरान ओडिशा में 450 हेलीपैड बनाये गये थे ताकि पांडियन द्वारा उपयोग किए गये हेलीकॉप्टर आसानी से उतर सकें. प्रत्येक हेलीपैड के निर्माण के लिए लगभग 3 लाख रुपये खर्च किए जाने का अनुमान है. हेलीपैड के निर्माण की अनुमति किसने दी और खर्च किस मद से किया गया, इसकी ठीक से जांच की जायेगी. इस बीच, पांडियन के हेलीकॉप्टर इस्तेमाल का बचाव करते हुए बीजद नेता संबित राउत्रे ने कहा कि वह मुख्यमंत्री की ओर से जन सुनवाई के लिए राज्य में विभिन्न स्थानों का दौरा कर रहे थे. राज्य में सत्ता में आने के बाद से भाजपा बिना किसी मुद्दे के शोर मचा रही है. वहीं कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्य सचिव विजय पटनायक ने भी पांडियन के हेलीकॉप्टर इस्तेमाल की गहन जांच की मांग की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है