Rourkela News: दो साल से बिना लाइसेंस चल रही रैनबो आइसक्रीम फैक्ट्री को प्रशासन ने किया सील
Rourkela News: इंडस्ट्रियल एरिया में दो साल से बिना लाइसेंस चल रही आइसक्रीम फैक्ट्री को प्रशासन ने गुरुवार को सील कर दिया. फैक्ट्री को दो साल में तीन बार नोटिस जारी की गयी थी.
Rourkela News: राउरकेला के इंडस्ट्रियल इस्टेट में बगैर लाइसेंस के चल रही आइसक्रीम फैक्ट्री को प्रशासन ने सील कर दिया. छापेमारी के दौरान 10-12 फ्रीज के अंदर रखी सौ किलो से ज्यादा तैयार आइसक्रीम को भी नष्ट कर दिया गया है. मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में आइसक्रीम के नूमनों को संग्रह कर जांच के लिए भेजा गया है. राउरकेला महानगर निगम (आरएमसी) की इन्फोरसमेंट टीम व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सहायक आयुक्त अजीत पटनायक की मौजूदगी में यह कार्रवाई की. बताया गया कि उक्त फैक्ट्री में तैयार उत्पाद बगैर बैच नंबर, मैन्युफैक्चरिंग व एक्सपायरी डेट के बेचा जा रहा था. पिछले दो साल में तीन बार फैक्ट्री संचालक को नोटिस जारी की गयी थी. लेकिन वह वह किसी भी नोटिस का जवाब नहीं दे रहा था. जिसके बाद प्रशासन की ओर से अंत में यह कार्रवाई की गयी है.
कार्रवाई में करने में लग गये डेढ़ साल
छापेमारी करने पहुंचीं फूड इंस्पेक्टर स्वागतिका बेहेरा ने यह कहकर चौंका दिया कि उनके विभाग की नजर डेढ़ साल से इस फैक्ट्री पर थी. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि इतनी सारी नाफरमानी के बावजूद कार्रवाई में इतना समय कैसे लग गया. जबकि सभी बड़े सार्वजनिक पूजा आयोजन समाप्त हो चुके हैं और बड़ी तादाद में इस फैक्ट्री के उत्पाद की खपत भी हो चुकी हैं. ऐसे में पूजा समाप्त होने के बाद यह कार्रवाई किये जाने से सवाल उठ रहे हैं. प्रशासन का दावा है कि फैक्ट्री संचालक ने हर तरह की नाफरमानी की है और किसी नियम को नहीं माना. ऐसे में कार्रवाई में इतना विलंब कैसे हुआ, इसको लेकर भी सवाल उठ रहे हैं. बकौल स्वागतिका बेहेरा फैक्ट्री संचालक बगैर लाइसेंस के यह फैक्ट्री चल रहा था.लाइसेंस है, केवल नवीनीकरण नहीं किया गया : संचालक
फैक्ट्री संचालक प्रभात कुमार साहू के अनुसार, उनका फूड लाइसेंस है, केवल नवीनीकरण नहीं किया गया है. नोटिस मिलने के बावजूद बिक्री में इतना व्यस्त था कि वह जाकर अपना पक्ष नहीं रख पाया. फैक्ट्री संचालक ने यह भी कहा कि वह नोटिस मिलने के बाद एक दो बार मिलने भी गया, लेकिन अधिकारी मौजूद नहीं थे. ऐसे में सवाल उठता है कि प्रशासनिक नोटिस को इतने हलके में लेने की जुर्रत करते हुए आइसक्रीम की बाजार में खपत कैसे हो गयी.बच्चों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहीं शहर की कई आइसक्रीम फैक्ट्रियां
यह केवल एक फैक्ट्री है, जबकि गंदगी और स्वास्थ्य के अनुकूल नहीं होनेवाली आइसक्रीम फैक्ट्री की शहर में भरमार है. जहां से रोजाना माल तैयार होकर शहर में खपाया जा रहा है. इसमें ना तो मैन्युफैक्चरिंग की डेट होती है और ना ही एक्सपायरी की. बैच नंबर, लाइसेंस नंबर तक का जिक्र नहीं रहता है. छोटे-छोटे ठेलों पर इसे बेचा जाता है, जिसका सर्वाधिक सेवन बच्चे करते हैं. बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खुले तौर पर खिलवाड़ हो रहा है.नोटिस का जवाब नहीं देने पर हुई कार्रवाई
राउरकेला नगर निगम की फूड इंस्पेक्टर स्वागतिका बेहेरा ने कहा कि हमने फिलहाल फैक्ट्री को सील किया है. आगे की कार्रवाई की प्रक्रिया चल रही है. फैक्ट्री संचालक को नोटिस जारी की गयी थी. जवाब नहीं मिलने के बाद यह कार्रवाई हुई है. तमाम तरह की नाफरमानी हमें मिली है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है