Rourkela News: पानपोष स्थित गवर्नमेंट ऑटोनोमस कॉलेज के एक संविदा लेक्चरर को संस्थान की एक छात्रा के साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. वहीं इस गिरफ्तारी के कुछ दिनों बाद छात्र-छात्राओं ने दो अध्यापकों के खिलाफ गंभीर शिकायत दर्ज करायी गयी थी. इसकी प्रति उच्च शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव, उच्च शिक्षा विभाग के संबलपुर क्षेत्रीय निदेशक (आरडी), केंद्रीय आदिवासी कल्याण मंत्री और राउरकेला विधायक को भेजी गयी थी. विधायक शारदा नायक ने यह पत्र उच्च शिक्षा विभाग को भेज दिया था. जिस पर उच्च शिक्षा विभाग ने 23 अक्तूबर को संबलपुर क्षेत्रीय शिक्षा निदेशक (आरडी) को घटना की जांच कर रिपोर्ट प्रदान करने का आदेश दिया था.
टीम ने तीन अलग-अलग मुद्दों और शिकायतों की जांच की
क्षेत्रीय निदेशक डॉ उमाशंकर दास समेत पांच सदस्यीय टीम शुक्रवार को कॉलेज पहुंची. टीम ने तीन अलग-अलग मुद्दों और शिकायतों की जांच की. सुबह 11:30 बजे से शाम 5 बजे तक जांच चलती रही. अब क्षेत्रीय निदेशक उच्च शिक्षा विभाग को रिपोर्ट सौंपेंगे. इसके बाद आवश्यक कार्रवाई की जायेगी. इसके अलावा इस कॉलेज में छात्रा के साथ अध्यापक की बदसलूकी व इसे लेकर पीड़ित छात्रा द्वारा प्राचार्य का ध्यान आकर्षित कराने के बाद भी उनकी चुप्पी को लेकर आरडी व राउरकेला सरकारी कॉलेज सेक्टर-4 की अध्यापिका तपस्विनी मिश्र ने जांच की है. वहीं आरडी के साथ सहायक निदेशक, लेखाकार और एक अन्य स्टाफ सदस्य ने विभिन्न लागत लेखा पुस्तकों और भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच की. छात्रों की ओर से की गयी शिकायत की जांच आरडी ने खुद की. इसमें 2022-23 में लगभग 65 लाख रुपये के प्रयोगशाला उपकरण और अन्य खरीद संबंधी खर्चों की जांच की गयी, साथ ही 70 लाख रुपये के खर्च की भी जांच की गयी.
कुछ शिकायतों के गलत सूचना और जाली हस्ताक्षर पर आधारित होने की जानकारी मिली
इस जांच के दौरान प्राचार्य प्रो डाॅ विजय बेहेरा और व्याख्याता डॉ सुरथगिरि और प्रदोष रंजन पर लगे विभिन्न आरोपों की जांच की. लेकिन शिकायतकर्ताओं से पूछताछ के बाद इसमें कुछ शिकायतें गलत सूचना और जाली हस्ताक्षर पर आधारित होने की भी जानकारी मिली है. आरडी ने छात्रावास सुविधाओं के मुद्दे पर छात्रों से हस्ताक्षर एकत्र करने और भ्रष्टाचार की शिकायत और अन्य शिकायत पत्रों पर हस्ताक्षर संलग्न करने के मामले की गहन जांच की. बताया गया है कि आरडी द्वारा उच्च शिक्षा विभाग को अपनी रिपोर्ट सौंपने के बाद आवश्यकता के आधार पर कार्रवाई की जायेगी.
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