राउरकेला. राउरकेला सरकारी अस्पताल (आरजीएच) के मैनेजर मोहित श्रीवास्तव को उनके पद से बर्खास्त कर दिया गया है. आरजीएच में भ्रष्टाचार के मामलों की जांच करने पहुंची राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) की तीन सदस्यीय समिति ने अपनी जांच रिपोर्ट शीर्ष अधिकारियों को सौंपी थी. जिसके बाद मैनेजर की इन मामलों में संलिप्तता के प्राथमिक साक्ष्य मिलने के बाद उनके खिलाफ यह कार्रवाई की गयी. एनएचएम निदेशालय ने मोहित के खिलाफ खराब आचरण, शीर्ष अधिकारियों के निर्देशों की अनदेखी, मनमानी जैसे संगीन आरोप भी लगाये हैं. निदेशालय के अनुसार, आरजीएच में एनएचएम की ओर से जांच करने के बाद मैनेजर को शो-कॉज किया गया था. जिसका संतोषजनक जवाब नहीं मिला. इसके बाद की जांच में भी उनकी ओर से किसी तरह का संतोषजनक जवाब नहीं आया. जिस कारण यह सख्त कार्रवाई की गयी है.
जांच में मिली थीं कई तरह की अनितमितताएं
एनएचएम की तीन सदस्यीय जांच समिति ने भुवनेश्वर से आकर आरजीएच में जांच की थी. जांच के दौरान पता चला था कि बेड शीट सफाई का काम लेनेवाली मेसर्स मेडीएड एंसिलरी सर्विसेज की कार्य अवधि को बढ़ाया गया था. इसी तरह मोर्ग हाउस के लिए नये फ्रीजर खरीदने के लिए प्रभारी निदेशक के निर्देशों का पालन नहीं किया गया था. वहीं केटीपीएल के बायो मेडिकल इंजीनियर अजय शुक्ला को फ्रीजर देने की जिद पर मैनेजर अड़े थे. मोर्ग हाउस के दो पुराने फ्रीजर को केंद्रीय स्टोर में हस्तांतरित नहीं किया गया था.
नियमों की धड़ल्ले से उड़ायी जा रही थीं धज्जियां
जांच टीम को पता चला था कि आरजीएच में नियोजित ठेका संस्था मो सारला सिक्यूरिटी सर्विसेज, हाउसकीपिंग संस्था पारितोष एजेंसी और मेसर्स मेडीएड एंसिलरी सर्विसेज आरजीएच के किसी भी नियम को नहीं मान रहे थे और धड़ल्ले से इसकी धज्जी उड़ायी जा रही थी. नियमों की नाफरमानी में मैनेजर मोहित श्रीवास्तव का इन सभी को साथ मिल रहा था.सूबे में सरकार बदलने के बाद भ्रष्टाचार के मामले आ रहे सामने
राउरकेला सरकारी अस्पताल में विकास के कई दावे हुए हैं. पिछले एक दशक में आरजीएच का कायाकल्प करने का दावा किया गया. लेकिन जैसे ही सूबे में सरकार बदली, तो आरजीएच में चल रही धांधली एक के बाद एक सामने आ रही है. जो तथ्य सामने आये हैं, वह बेहद चौंकानेवाले रहे. यहां पर साफ-सफाई से लेकर सुरक्षा और सप्लायर सभी की मिलीभगत से धांधली चल रही थी. जिससे सरकार को करोड़ों का चूना लगाया गया और आम लोग सुविधाओं से वंचित भी रहे.नकली नर्स से लेकर डॉक्टर तक का हुआ था भंडाफोड़
आरजीएच में नकली नर्स से लेकर नकली डॉक्टर तक का भंडाफोड़ पिछले दिनों हुआ है. आरजीएच में यह सबकुछ लंबे समय से चल रहा था, लेकिन इन बातों का खुलासा नहीं हो पा रहा था. लगातार हो रही शिकायतों के बाद जब एनएचएम ने संज्ञान लेकर अपने स्तर पर जांच करायी, तो सभी धांधली का पर्दाफाश हो गया. हालांकि माना जा रहा है कि मैनेजर पर कार्रवाई महज शुरुआत है. जांच और कार्रवाई के दायरे में कुछ और लोग भी आ सकते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है