उदित नगर फूड कोर्ट में बंद दुकानों पर आरएमसी ने चिपकाया नोटिस

राउरकेला महानगर निगम की ओर से करोड़ों रुपये खर्च कर उदित नगर फूड कोर्ट का सौंदर्यीकरण कराया गया है. लेकिन ग्राहक नहीं आने से अधिकतर दुकानें बंद है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 20, 2024 11:41 PM

राउरकेला. राउरकेला महानगर निगम (आरएमसी) की ओर से उदित नगर में फूड कोर्ट का कायाकल्प किया गया है. करोड़ों रुपये खर्च कर सौंदर्यीकरण किये जाने के बाद भी यहां की अधिकतर दुकानें अक्सर बंद रहती हैं. इसका मुख्य कारण ग्राहकों का नहीं आना बताया जा रहा है. आरएमसी ने जांच अभियान चलाने के बाद 15 जुलाई को उदित नगर फूड कोर्ट में जो दुकानें नहीं खुली थीं, उन पर नोटिस चिपकाया है. इसमें लिखा है कि जिन्हें दुकानें आवंटित की गयी हैं, वे तत्काल अपनी दुकान खोलें. यदि वे दुकान नहीं खोलते हैं, तो उनका अलॉटमेंट कैंसिल कर दिया जायेगा. फूड कोर्ट में कुल 54 दुकानें बनायी गयी है. इसे लेकर गत 21 जून काे नोटिस जारी की गयी तथा दुकान खोलने को कहा गया था. दुकानदारों के मुताबिक, पुरुष शौचालय के पास जिस व्यक्ति को दुकान आवंटित की गयी थी, उसने वहां फास्ट फूड की दुकान खोल ली है. लेकिन शौचालय से सटी होने और दुर्गंध के कारण ग्राहक उक्त दुकान में नहीं आ रहे हैं. जिससे दुकानदार को घाटा हो रहा है. इसी तरह की समस्याएं अन्य दुकानदार गिना रहे हैं.

सरफेश पार्किंग पर बना है फूड कोर्ट

अभी जहां पर फूड कोर्ट है, वहां कुछ साल पहले लाखाें रुपयों की लागत से सरफेश पार्किंग बनायी गयी था. फिर पार्किंग के आधे हिस्से को फूड कोर्ट में तब्दील कर दिया गया. सड़क पर ठेला व गुमटी लगाने वालों को इसमें स्थानांतरित किया गया था. वे यहां कुछ साल तक फूड कोर्ट के अंदर व्यापार करते रहे. फिर फूड कोर्ट के सौंदर्यीकरण की योजना आयी, जिससे सभी फूड कोर्ट के बाहर सड़क किनारे अपनी दुकानें लगाने लगे.

प्रवेश द्वार पर लगा बांस बना परेशानी

उदित नगर फूड कोर्ट को करोड़ों रुपये खर्च कर सुंदर बनाया गया है. लेकिन प्रवेश द्वार पर एंट्री करते ही लोगों को बांस को लांघकर जाना पड़ता है, जो उसकी सुंदरता बिगाड़ रहा है. ऐसे में कई लोग फंस कर गिर भी चुके हैं. जब दुकानदारों से इसके बारे में जानकारी ली गयी, तो उन्होंने बताया कि यह बांस इसलिए लगाया गया, ताकि कोई अपने वाहन को अंदर ना ला सके.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version