राउरकेला एडीएम ने चक्रधरपुर डीआरएम को लिखा पत्र, ‘बस्ती हटाओ अभियान’ में सुरक्षा देने में जतायी असमर्थता

दक्षिण पूर्व रेलवे की ओर पानपोष से राउरकेला तक थर्ड लाइन का काम शुरू करने के लिए बस्ती हटाओ अभियान शुरू किया है. लेकिन राउरकेला प्रशासन ने इसमें सुरक्षा देने से इनकार कर दिया है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 22, 2024 11:19 PM

राउरकेला. दक्षिण-पूर्व रेलवे के राजगांगपुर-राउरकेला रेल खंड के बीच पानपोष से राउरकेला तक रेलवे की थर्ड लाइन का काम रुका हुआ है. इस काम में रेल लाइन के किनारे बसी बस्तियां बाधक बन रही हैं. रेलवे की ओर से बार-बार नोटिस देकर बस्तियों को खाली करने के लिए कहा जा रहा है. साथ ही अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत स्थानीय प्रशासन से सुरक्षा का बंदाेबस्त करने को लेकर भी उनका ध्यानाकर्षण कराया गया है. इसी बीच राउरकेला एडीएम की ओर से चक्रधरपुर डीआरएम को लिखा गया पत्र चर्चा का विषय बना हुआ है. जिसमें बस्तीवासियों का पुनर्वास नहीं होने से प्रशासन ने सुरक्षा प्रदान करने में अपनी असमर्थता जतायी है.

बस्तीवासियों ने पुनर्वास नहीं होने तक जमीन नहीं खाली करने की दी है चेतावनी

विदित हो कि रेलवे की ओर से कुम्हारपाड़ा अंचल में रेलवे की जमीन से अतिक्रमण हटाने के दौरान विधायक शारदा प्रसाद नायक की अगुवाई में बस्तीवासियों ने इसका कड़ा विरोध किया था. बस्तिवासियों के इस विरोध के बाद राउरकेला एडीएम आशुतोष कुलकर्णी ने चक्रधरपुर डीआरएम को खत लिखा है. इसमें कहा गया है कि पुनर्वास नहीं होने तक बस्तिवासियों ने बस्ती से नहीं हटाने की चेतावनी दी है. जिससे अप्रिय स्थिति उत्पन्न होने की आशंका है. इसे देखते हुए रेलवे को इनका पुनर्वास करने के लिए अन्य स्थान पर जमीन देने की जरूरत है. इस जमीन पर इन बस्तियों का पुनर्वास करने को लेकर धन की व्यवस्था राउरकेला महानगर निगम अथवा राउरकेला विकास प्राधिकरण की ओर से की जायेगी. लेकिन जब तक बस्तिवासियों का पुनर्वास नहीं होता है, तब तक अतिक्रमण हटाने के लिए सुरक्षा प्रदान करने में एडीएम ने असमर्थता जतायी गयी है.

थोड़ी सी बरसात में स्टेशन परिसर बना तालाब

राउरकेला रेलवे स्टेशन का विकास 400 करोड़ रुपये से भी अधिक की राशि से किया जा रहा है. जिसमें राउरकेला को विश्व स्तरीय स्टेशन बनाने तथा एयरपोर्ट की तर्ज पर विकास करने का दावा यहां पर नियमित दौरे पर आनेवाले रेलवे जीएम से लेकर डीआरएम स्तर के अधिकारी करते रहे हैं. लेकिन जिस तरह से यहां पर स्टेशन की हालत है, उसे देखकर यह दावा खोखला नजर आता है. जानकारी के अनुसार गत शनिवार को चक्रधरपुर रेल मंडल के डीआरएम अरुण जे राठौड़ राउरकेला स्टेशन का दौरा किया था. इस दौरान प्लेटफार्म नंबर-एक पर ट्रैक में पानी जमा देखकर उन्होंने नाराजगी जाहिर की थी. लेकिन उनके दौरे के 48 घंटों के अंदर ही रविवार की रात हुई मामूली बारिश ने राउरकेला स्टेशन परिसर में जल निष्कासन व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है.

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