राउरकेला को नयी सरकार में पुलिस कमिश्नरी, जेवियर इंस्टीट्यूट व मेडिकल कॉलेज की सौगात मिलने का इंतजार

ओडिशा में बीजद के 24 साल के शासन का अंत हो गया है. अब जब नयी सरकार ने कार्यभार संभाल लिया है, तो लोगों की उम्मीदें सातवें आसमान पर हैं. राउरकेला के लोग भी इसे लेकर उत्साहित हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | June 13, 2024 11:38 PM
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राउरकेला. राज्य में सरकार बदल गयी है. जिससे अब राउरकेला पुलिस कमिश्नरी, जेवियर इंस्टीट्यूट, राउरकेला मेडिकल कॉलेज की स्थापना होगी या नहीं, इस पर सभी की नजरें हैं. पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने अपने शासनकाल में विशाल जनसभा में इसकी घोषणा की थी. इन घोषणाओं को लागू करने को लेकर भाजपा, कांग्रेस ने विपक्षी दलों के ताैर पर विगत दिनों में लगातार प्रदर्शन किया था. अब सूबे में 24 साल पुरानी बीजद सरकार का शासन खत्म हो चुका है. पहली बार राज्य में भाजपा की सरकार ने पदभार संभाल लिया है. जिससे नयी सरकार इन घोषणाओं को अमली जामा पहना पायेगी या नहीं, इसका इंतजार सबको है. विदित हो कि गत 2015 में राज्य सरकार ने राउरकेला में जेवियर इंस्टीट्यूट की स्थापना की घोषणा की थी. इसमें राउरकेला स्टील प्लांट (आरएसपी), राज्य सरकार और जेवियर के बीच एक संयुक्त उद्यम, राउरकेला में स्थापित करने का निर्णय लिया गया. इसके लिए आरएसपी राउरकेला यूनिट-5 में 300 एकड़ जमीन और 120 करोड़ रुपये देने पर सहमत हुई. लेकिन राज्य सरकार की इच्छाशक्ति की कमी के कारण संस्थान के निर्माण के लिए एक ईंट भी नहीं रखी गयी.

2014 में रिंग रोड की रखी आधारशिला, नहीं हुआ निर्माण

10 साल पहले 2014 में पुरानी सरकार ने ब्राह्मणी और कोयल नदियों के तट पर झीरपानी-देवगांव के बीच एक रिंग रोड के निर्माण की आधारशिला रखी थी. इस सड़क के निर्माण से बाढ़ का पानी शहर में प्रवेश करने से पूरी तरह से रुक जाता. लेकिन यह भी केवल घोषणा ही बनकर रह गया है. वहीं बीजद सरकार ने गत 2014 में घोषणा की थी कि अंतर-राज्य आपराधिक गतिविधियों को रोकने और शहर में कानून-व्यवस्था को मजबूत करने के लिए राउरकेला में एक पुलिस कमिश्नरी स्थापित की जायेगी. 10 साल बीत जाने के बावजूद सरकार ने इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया है.

सीसीटीवी सिस्टम नहीं हुआ चालू

पूर्ववर्ती सरकार की ओर से कहा गया था कि हॉकी वर्ल्ड कप से पहले शहर भर में सीसीटीवी सिस्टम चालू हो जायेगा. कई साल बीत गये और सीसीटीवी लगाया गया, लेकिन वह अब तक चालू नहीं हो सका है. इसके अलावा 20 साल पहले 2003 में पूर्व मुख्यमंत्री ने कुआरमुंडा डेयरी फार्म में राउरकेला मेडिकल कॉलेज की आधारशिला रखी थी. लेकिन यहां भी यही स्थिति है. जिससे नयी सरकार इस दिशा में क्या कदम उठाती है, इस पर जिले के लोगों की नजरें हैं.

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