Rourkela News: 120 करोड़ से सात एकड़ में बन रही ‘राउरकेला वन’ परियोजना चार साल बाद भी अधूरी
Rourkela News: राउरकेलावासियों को एक छत के नीचे सरकारी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए 2020 में राउरकेला वन परियोजना शुरू हुई थी. यह चार साल बाद भी अधूरी है.
Rourkela News: राउरकेला के लोगों को एक ही छत के नीचे जन्म- मृत्यु पंजीकरण, भवन योजना अनुमोदन, बिलों का भुगतान, संपत्ति कर, पानी व बिजली बिल भुगतान जैसी सभी सरकारी सेवाओं का लाभ प्रदान करने के लिए स्मार्ट सिटी कमांड एंड कंट्रोल सेंटर ‘राउरकेला वन’ की स्थापना की जा रही है. 120 करोड़ की लागत वाली इस परियोजना का निर्माणकार्य 2020 में शुरू हआ था, जो आज भी अधूरा है. इस बहुप्रतीक्षित परियोजना का काम 24 महीने में पूरा करने का लक्ष्य था. रविवार को राउरकेला एडीएम सह निगम आयुक्त आशुतोष कुलकर्णी ने इसके निर्माण कार्य की प्रगति का जायजा लेने के बाद एजेंसियों को शीघ्र काम पूरा करने के निर्देश दिया है. हालांकि काम कब तक पूरा होगा इस बारे में कोई डेडलाइन जारी नहीं हुई है.
सात एकड़ में बन रहा राउरकेला वन का भवन
राउरकेला चेंबर ऑफ कॉमर्स भवन के पास करीब सात एकड़ में बन रहे राउरकेला वन भवन के निर्माण पर 120 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं. यहां कमांड कंट्रोल सेंटर, ऑडिटोरियम और कन्वेंशन सेंटर व जनजातीय संग्रहालय को लेकर तीन भवन होंगे. इसका निर्माण का कार्य 24 माह के भीतर निष्पादित होना था, लेकिन यह डेडलाइन फेल हो चुकी है. इन भवनों के तहखाने (बेसमेंट) में पार्किंग एरिया होगा. राउरकेला वन में शून्य डिस्चार्ज साइट, सौर ऊर्जा का उपयोग, वर्षा जल संचयन की व्यवस्था होगी. गृह चार रेटिंग के तहत इसका डिजाइन तैयार किया गया है.
नागरिकों की समस्याओं का तेजी से समाधान करना है उद्देश्य
कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के भूतल पर मल्टीपर्पज नागरिक सेवा काउंटर होंगे. जिसमें नागरिक जन्म- मृत्यु पंजीकरण, भवन योजना अनुमोदन, बिलों का भुगतान, संपत्ति कर, जल बिल, बिजली बिल भुगतान जैसी सभी सरकारी सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे. इसके अलावा राउरकेला स्मार्ट सिटी और सरकारी विभाग आरएमसी, आरडीए, पीएचइडी आदि के अधिकारियों के लिए भवन की पहली मंजिल पर एक-एक कार्यालय होगा. ताकि नागरिकों की समस्याओं का तेजी से समाधान किया जा सके. इमारत में दूसरी मंजिल पर सर्वर, डीसी स्टोरेज, रखरखाव कक्ष सहित शहर के बैक बोन इंफ्रास्ट्रक्चर होंगे. तीसरी और चौथी मंजिल केंद्रीय निगरानी क्षेत्र होगा. जिसमें एक ही स्थान से शहर की निगरानी के लिए वीडियो वॉल, डेस्कटॉप, चर्चा कक्ष, वीडियो कॉन्फ्रेंसिग की सुविधा होगी. यह आपदा प्रबंधन प्रतिक्रिया में सक्षम होगा.
जनजातीय संग्रहालय होगा मुख्य आकर्षण का केंद्र
राउरकेला वन भवन में जनजातीय संग्रहालय मुख्य आकर्षण का केंद्र होगा. जिसमें जनजातीय संस्कृति व ओडिशा की आदिवासी विरासत से जुड़ी वस्तुओं को रखा जायेगा. हॉकी हॉल ऑफ फेम भी संग्रहालय स्थल पर विकसित किया जायेगा. जिसमें जिले के हॉकी खिलाड़ियों की सूची होगी. जिसका उद्देश्य हॉकी के इतिहास से दिग्गज खिलाड़ियों की उपलब्धियों को पहचान कर उन्हें सम्मानित करना है. संग्रहालय में स्थानीय जनजातियों द्वारा प्रदर्शन और व्यापार का प्रावधान भी होगा. इसके अलावा एक सेमिनार हॉल भी होगा.
सिटी ऑडिटोरियम और कन्वेंशन सेंटर
इसी भवन में गोल परिदृश्य वाले स्टेज के साथ लगभग 1500 लोगों की क्षमता वाला ऑडिटोरियम होगा. सभागार में रिकॉर्डेड वीडियो के साथ-साथ लाइव प्रदर्शन सुविधाएं भी होंगी. ऑडिटोरियम को विश्व स्तर का बनाने के लिए अपेक्षित स्टेज, बैकड्रॉप चेंजिग रूम, पर्दे की व्यवस्था, वीडियो स्क्रीन, प्रोजेक्टर, स्टेज लाइटिग, ध्वनिक उपचार आदि का प्रावधान किया जायेगा. कन्वेंशन सेंटर में रेस्ट रूम की सुविधा होगी.
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