राउरकेला. राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 215/520 पर गुरुवार शाम सड़क हादसे में मृत तीनों मजदूरों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा दिया गया है. साथ ही ठेका कंपनी मजदूरों के परिजनों को मासिक सात हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान करेगी. बणई विधायक लक्ष्मण मुंडा, लहुणीपाड़ा तहसीलदार बबलू पिरेई, सहायक श्रम अधिकारी प्रशांत सुना, लहुणीपाड़ा थाना प्रभारी की मौजूदगी में ठेका कंपनी आरकेडी कंस्ट्रक्शन ने मृतकों के परिजनों को मुआवजे की रकम का चेक सौंप दिया गया है. साथ ही कंपनी ने सहमति जतायी है कि वह मृतकों के परिजनों को हर महीने सात हजार रुपये देगी. मुआवजा पर सहमति के बाद तीनों मृतकों के परिजनों ने राहत की सांस ली है. तीनों के घरों में कमानेवाले शख्स की मौत होने के बाद उनके सामने दाल-रोटी का संकट था. गौरतलब है कि सुंदरगढ़ जिले के लहुणीपाड़ा थाना अंतर्गत राजामुंडा बाइपास चौक से होकर वाया के-बलंगा से राष्ट्रीय राजमार्ग 215/520 पर कोइड़ा की ओर जाते समय राजामुंडा बाइपास रोड से करीब आधा किलोमीटर की दूरी पर एक पुल है. इसकी छत से कंक्रीट गिरने के कारण गुरुवार शाम करीब साढ़े सात बजे निर्माण कंपनी इसकी मरम्मत करा रही थी. मरम्मत के लिए निर्माण कंपनी ने सड़क के दोनों ओर मसाला मिला हुआ मेटल का ढेर लगा दिया था. एक तरफ सूचना बोर्ड लगा था. करीब 11 मजदूर काम कर रहे थे, उनमें से 3/4 मजदूर ब्रेकर मशीन के जरिए पुल की छत तोड़ रहे थे और बाकी लोग काम कर रहे थे. इसी दौरान राजामुंडा बाइपास पर एक हाइवा तेज गति से आया और मसाला मिले मेटल पर चढ़ने के बाद ब्रेकर मशीन पर काम कर रहे तीन मजदूरों को कुचल दिया. इसके बाद इस हाइवा ने पास ही खड़ी एक कैंपर को टक्कर मार दी, जिससे उसका पिछला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. ब्रेकर मशीन पर काम कर रहे के-बलांग थाना क्षेत्र के दिलु पात्र और मदन मुंडारी की मौके पर ही मौत हो गयी थी, जबकि शुक्रा मुंडारी को गंभीर हालत में लहुणीपाड़ा अस्पताल ले जाया गया. वहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. वहां काम कर रहे करीब 11 मजदूरों में से कई ने भागकर जान बचायी. जबकि सुकांत मोहंती, अशोक जगदेव और रामसिंह मुंडा घायल हो गये थे, जिनका लहुणीपाड़ा अस्पताल में इलाज चल रहा है. :::::::::::::::::::::::::: जांच रिपोर्ट के बाद बीमा की राशि मिलेगी बणई उपजिलापाल, लहुणीपाड़ा के तहसीलदार व बणई के सहायक श्रम अधिकारी इस हादसे की जांच कर रहे हैं. जांच रिपोर्ट प्रदान करने के बाद एफएआरएएच योजना के तहत दुर्घटनाजनित मुआवजा व निर्माण श्रमिक बोर्ड की ओर से आर्थिक सहायता के लिए व्यवस्था किये जाने का आश्वासन मृतक के परिजनों को दिया गया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है