राउरकेला. राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) ने अपनी निगमित सामाजिक दायित्व (सीएसआर) पहल के तहत नुआगांव, बिसरा, कुआरमुंडा और लाठीकटा राजस्व ब्लॉक, आदर्श इस्पात ग्रामों, पुनर्वास कॉलोनियों/शिविरों के पार्श्वांचल गांवों के यूपी स्कूलों और हाई स्कूलों से संबंधित कक्षा 7 एवं 10 के कुल 463 मेधावी छात्रों को योग्यता आधारित नकद पुरस्कार प्रदान किया. सीएसआर विभाग के पार्श्वांचल विकास संस्थान में 30 मई को आयोजित एक समारोह में मुख्य महा प्रबंधक (नगर प्रशासन एवं सीएसआर) पीके स्वांई ने प्रतीकात्मक तौर पर कुछ छात्रों को उपहार प्रदान किये और छात्रों के खाते में ऑनलाइन धनराशि हस्तांतरित की गयी. इस अवसर पर महा प्रबंधक प्रभारी (सीएसआर) मुनमुन मित्रा, सहायक महा प्रबंधक (सीएसआर) टीबी टोप्पो और आरएसपी के अन्य अधिकारी उपस्थित थे. छात्रों का चयन शैक्षणिक वर्ष के संबंधित परीक्षाओं में उनके परिणामों के आधार पर किया गया है.
42 हाइ व 111 यूपी स्कूलों के हैं छात्र
2022-2023 में 42 हाइस्कूलों और 111 यूपी स्कूलों से 463 छात्र शामिल हैं. प्रत्येक स्कूल के लड़कों और लड़कियों में से प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वालों को क्रमश: 3000/- रुपये, 2000/- रुपये और 1000/- रुपये दिये गये. कुल 9.32 लाख रुपये वितरित किये गये. श्री स्वांई ने पार्श्वांचल आबादी के समग्र विकास के लिए आरएसपी की बहुमुखी सीएसआर पहलों पर प्रकाश डाला. प्रारंभ में मुनमुन मित्रा ने सभा का स्वागत किया, जबकि श्री टोप्पो ने धन्यवाद ज्ञापन किया. उप प्रबंधक (सीएसआर) ऋचा सुधीरम ने समारोह का संचालन किया.
सृजनी रचनात्मकता योजना में कर्मचारियों ने 17000 से अधिक सुझाव दिये, पुरस्कृत
राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के कर्मचारियों द्वारा सृजनी रचनात्मकता योजना के तहत वित्त वर्ष 2023-24 में 17705 रचनात्मक सुझाव दिये गये, ताकि विभिन्न मोर्चों पर संयंत्र के प्रदर्शन में सुधार हो सके. इनमें से 11,727 सुझावों को पुरस्कृत किया गया और 8950 सुझावों को क्रियान्वित किया गया. कार्यान्वित सुझावों के लिए कर्मचारियों को 23,74,300 रुपये के नकद पुरस्कार और प्रमाण पत्र दिये गये. उल्लेखनीय है कि सुझावों को क्रियान्वित करने से आरएसपी को भारी अमूर्त लाभों के अलावा 46.64 करोड़ रुपये का एकमुश्त लाभ और लगभग 43.87 करोड़ रुपये का आवर्ती लाभ हुआ है.
कर्मचारियों की भागीदारी को प्रोत्साहित करती है योजना
सृजनी रचनात्मक योजना संयंत्र के संचालन के प्रत्येक क्षेत्र जैसे सुरक्षा, पर्यावरण, हाउसकीपिंग, गुणवत्ता, पैकेजिंग, सेवाएं, परिचालन और रखरखाव प्रथाओं, बेहतर उपयोग और उत्पादकता, प्रणालियों और विधियों आदि पर रचनात्मक विचारों के माध्यम से कर्मचारियों की व्यापक भागीदारी और योगदान को प्रोत्साहित करती है. यह ऊर्जा, बिजली, कच्चे माल, तेल और स्नेहक आदि के संरक्षण और लागत में कमी और कचरे के पुनर्चक्रण/उपयोग या किसी के अपने कार्य क्षेत्र से संबंधित सुधार के लिए किसी भी नये विचार को भी ध्यान में रखता है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है