Rourkela News: ओडिशा में टाटा से लेकर जिंदल तक ने अपना स्टील उत्पादन बढ़ाने की तैयारी शुरू कर ली है. टाटा स्टील की ओर से अपने वार्षिक उत्पादन को छह से बढ़ाकर आठ मिलियन टन तथा जिंदल स्टील की ओर से पांच मिलियन टन से बढ़ाकर आठ मिलियन टन करने पर काम किया जा रहा है. जबकि पब्लिक सेक्टर के सबसे पुराने राउरकेला स्टील प्लांट (आरएसपी) का वार्षिक उत्पादन 4.50 मिलिटन टन ही है. स्टील उद्योग में गला काट स्पर्धा में बने रहने के लिए राउरकेला स्टील प्लांट का आधुनिकीकरण करने का निर्णय लिया गया है. इसके लिए 30 हजार करोड़ रुपये की मंजूरी भी मिल चुकी है. जानकारों का कहना है कि आरएसपी में नौ मिलियन टन का उत्पादन लक्ष्य प्राप्त करने के लिए वर्तमान जितने कच्चे माल की जरूरत पड़ रही है, उसका तीन गुना उपलब्ध कराना होगा. इससे प्रत्यक्ष रोजगार मिलने के साथ ही अप्रत्यक्ष रोजगार का भी सृजन हो सकेगा.
मुख्यमंत्री ने हर प्रकार के सहयोग का दिया भरोसा
इधर, आधुनिकीकरण की मंजूरी मिलने के बाद राउरकेला स्टील प्रबंधन की ओर से जमीन अधिग्रहण को लेकर ओडिशा सरकार का भी ध्यानाकर्षण कराया गया है. आरएसपी के अधिकारी जमीन अधिग्रहण के लिए ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी से भी मिले हैं, जहां से उन्हें हर प्रकार के सहयोग का भरोसा मिला है. लेकिन यह काम जल्द से जल्द नहीं होने से आधुनिकीकरण का काम भिलाई स्टील प्लांट की ओर चले जाने की आशंका जतायी जा रही है. अगर ऐसा होता है, तो राउरकेला स्टील प्लांट आधुनिकीकरण की दौड़ में पिछड़ जायेगा और इसके 10 साल पीछे चले जाने की आशंका स्टील उद्योग से जुड़े विशेषज्ञों ने जतायी है.
कोक ओवन बैटरी, ब्लास्ट फर्नेस तथा एसएमएस-3 का कराया जाना है निर्माण
जानकारों के अनुसार, आधुनिकीकरण के दौरान राउरकेला स्टील प्लांट में नये कोक ओवन बैटरी, ब्लास्ट फर्नेस तथा एसएमएस-3 का निर्माण कराया जाना है. तभी जाकर नौ मिलियन टन का उत्पादन का लक्ष्य हासिल हो सकेगा. इसके लिए फर्टिलाइजर अंचल की ओर 750 एकड़ जमीन का अधिग्रहण करने का निर्णय लिया गया है. इस ओर जमीन पर अतिक्रमण कम होने से इस अंचल को प्राथमिकता दी जा रही है. इसके लिए राउरकेला स्टील प्लांट के अधिकारियों ने हाल ही में मुख्यमंत्री से मिलकर उनका ध्यान आकर्षण कराया है. लेकिन इसे जल्द से जल्द अमली जामा पहनाने के लिए स्थानीय सांसद व विधायक का समर्थन भी जरूरी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है