आरएसपी ने 31 मेधावी विद्यार्थियों को दी 27 लाख रुपये की मदद

आरएसपी हर साल सुंदरगढ़ जिले, आदर्श इस्पात ग्राम और आरएसपी के पुनर्वास कॉलोनियों के अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति और आर्थिक रूप से पिछड़ा वर्ग के व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के विद्यार्थियों का चयन करता है और उन्हें वित्तीय सहायता प्रदान करता है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 7, 2024 11:19 PM

राउरकेला. आरएसपी हर साल सुंदरगढ़ जिले, आदर्श इस्पात ग्राम और आरएसपी के पुनर्वास कॉलोनियों के अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति और आर्थिक रूप से पिछड़ा वर्ग के व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के विद्यार्थियों का चयन करता है और उन्हें वित्तीय सहायता प्रदान करता है. इस छात्रवृत्ति के लिए हर साल स्नातक पाठ्यक्रम कर रहे 10 लड़के और 10 लड़कियों और व्यावसायिक अध्ययन के लिए स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम कर रहे 5 लड़कियों और 5 लड़कों का चयन किया जाता है. उनमें से प्रत्येक को प्रति वर्ष 30,000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है. एम-टेक/एमइ/एमबीए/एमएससी (कृषि), एमडी और एमएस में दो साल के स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के लिए 60,000 रुपये, चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रमों जैसे बी-टेक/बीइ/बीएससी-कृषि के लिए 1,20,000 रुपये और 5 वर्षीय एमबीबीएस या एकीकृत इंजीनियरिंग के लिए 1,50,000 रुपये निर्धारित हैं.

वित्तीय सहायता से विभिन्न शैक्षणिक खर्चों को पूरा करने में काफी मदद मिलेगी

कुआरमुंडा ब्लॉक के दलकी पंचायत के रंगाबीरा गांव के रहने वाले एवं वीर सुरेंद्र साईं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, बुर्ला के द्वितीय वर्ष के छात्र, मनीष मिंज कहते हैं कि राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) द्वारा अपने सीएसआर पहल के तहत प्रदान की गयी वित्तीय सहायता से मुझे विभिन्न शैक्षणिक खर्चों को पूरा करने में काफी मदद मिलेगी और मुझे अपने माता-पिता पर अधिक बोझ नहीं डालना पड़ेगा. किसान माता-पिता बिराज मिंज और मोलो मिंज ने कृषि आय के माध्यम से अपने बेटे की पढ़ाई के लिए कड़ी मेहनत की है. मनीष ने अपने चाचा के घर रह कर सरस्वती शिशु मंदिर, जगदा से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की और वहीं उन्होंने उसे इंजीनियर बनने के लिए प्रेरित किया. उल्लेखनीय है कि मनीष को आरएसपी से प्रति वर्ष 30,000 रुपये की वित्तीय सहायता मिल रही है, जिसकी चार वर्षों की कुल राशि 1,20,000 रुपये है. नुआगांव प्रखंड के बाघडेगा गांव के बैद्यनाथ उरांव और सुकरमणि उरांव के इकलौते पुत्र आकाश फिलहाल भुवनेश्वर के इन्फोटेक कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं. आकाश कहते हैं कि आरएसपी ने मेरे सपनों को साकार करने में मदद की है और बदले में मैं सेल में शामिल होकर अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देना चाहता हूं. गौरतलब है कि इस वर्ष आरएसपी ने 31 छात्रों को वित्तीय सहायता के रूप में 27 लाख रुपये खर्च किये हैं. उल्लेखनीय है कि चयनित छात्रों को उनके शैक्षणिक प्रदर्शन और उचित दस्तावेज जमा करने के आधार पर वार्षिक आधार पर किश्तों में छात्रवृत्ति राशि दी जाती है.

आरएसपी : चालू वित्त वर्ष के दो महीनों में विभिन्न विभागों को किया गया है विकसित

राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) ने चालू वित्त वर्ष 2024-25 के पहले दो महीनों में कई महत्वपूर्ण इकाइयों में प्रमुख महत्वपूर्ण उन्नयन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है. ब्लास्ट फर्नेस-5 (बीएफ-5) के लेवल-1 ऑटोमेशन का उन्नयन सफलतापूर्वक किया गया. बीएफ-5 में शॉट क्रिटिंग भी निष्पादित की गयी और फर्नेस को सफलतापूर्वक पुनर्जीवित किया गया, जिससे 24 घंटे के भीतर उत्पादन सामान्य हो गया. स्टील मेल्टिंग शॉप-1 के कास्टर-1 के पीएलसी का उन्नयन भी निर्धारित समय से पहले सफलतापूर्वक पूरा किया गया. कास्टर-3 एचएमआइ सर्वर, क्लाइंट और इंजीनियरिंग स्टेशन माइग्रेशन प्रोजेक्ट को सफलतापूर्वक पूरा किया गया. टीआरटीजी की ओवरहालिंग पहली बार की गयी और 23 मई, 2024 को सफलतापूर्वक पूरी हुई. इआरडब्ल्यूपीपी में पुराने और अप्रचलित 1000 किलोवाट एचएफ वेल्डर को नवीनतम अत्याधुनिक पूरी तरह से स्वदेशी 1000 किलोवाट एचएफ वेल्डर से बदल दिया गया है, जो मिल की गति को 18 एमपीएम तक बढ़ा देगा और इआरडब्ल्यूपीपी पाइपों में वेल्ड की गुणवत्ता में सुधार करेगा. लॉजिस्टिक्स को एक बड़े बढ़ावा में आरएसपी ने मई, 2024 में एलएसएफटीओ योजना के तहत बीएफएनएस 22.9 के 2 रैक भी शामिल किये हैं. छह रैक में से वर्तमान में बीएफएनएस 22.9 के कुल 3 रैक स्टील की खेप भेजने के लिए काम कर रहे हैं. हॉट स्ट्रिप मिल-2 के लिए नये बाहरी लूप ट्रैक का उद्घाटन एक और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे की वृद्धि है, जिसका उद्देश्य तैयार उत्पाद प्रेषण प्रक्रिया में बाधा को दूर करना है. इससे यार्ड में भीड़भाड़ कम करने में भी मदद मिलेगी है, जिससे परिचालन अधिक सुचारू और सुव्यवस्थित हो जायेगा.

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