आरएसपी ने सीआइपीइटी, भुवनेश्वर में कौशल विकास प्रशिक्षण के लिए 30 युवाओं को किया प्रायोजित
आरएसपी ने सीआइपीइटी, भुवनेश्वर में कौशल विकास प्रशिक्षण के लिए पार्श्वांचल ग्रामों के 30 गरीब और वंचित स्थानीय युवाओं को प्रायोजित किया है. ये छात्र मशीन ऑपरेटर-प्लास्टिक प्रोसेसिंग सीखेंगे.
राउरकेला. राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) अपनी सीएसआर पहल के तहत रसायन और उर्वरक मंत्रालय, भारत सरकार के रसायन और पेट्रो केमिकल्स विभाग के अंतर्गत कार्य करने वाली केंद्रीय पेट्रोकेमिकल्स इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संस्थान (सीआइपीइटी), भुवनेश्वर में कौशल विकास प्रशिक्षण के लिए पार्श्वांचल ग्रामों के 30 गरीब और वंचित स्थानीय युवाओं को प्रायोजित किया है. पार्श्वांचल विकास संसथान, सीएसआर विभाग में आयोजित एक समारोह में कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन सह अतिरिक्त प्रभार परियोजना) तरुण मिश्रा ने योजना के तहत चयनित छात्रों के साथ बातचीत की. इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधक (नगर प्रशासन एवं सीएसआर) पीके स्वांई, महाप्रबंधक (सीएसआर) मुनमुन मित्रा, सहायक महाप्रबंधक (सीएसआर) टीबी टोप्पो, सीएसआर के अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे.
छात्रों से उद्यमशीलता कौशल विकसित करने का आग्रह
कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) ने छात्रों से अवसर का पूरा लाभ उठाने और न केवल रोजगार पाने बल्कि उद्यमशीलता कौशल विकसित करने का आग्रह किया. उन्होंने 2023-24 के 30 छात्रों के दूसरे बैच को ले जाने वाली बस को भी हरी झंडी दिखा कर रवाना किया, जो पाठ्यक्रम में शामिल होने के प्रस्थान किये. विशेष रूप से, आरएसपी ने 63.80 लाख रुपये की लागत इस परियोजना को संचालित किया है. यह योजना 2021-22 में शुरू की गयी थी. अब तक 130 छात्रों को योजना के तहत प्रायोजित किया गया है और उनमें से 70% को संस्थान के कैंपस चयन में विभिन्न कंपनियों में प्लेसमेंट मिला है. यह छह महीने का कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम है, जिसमें आरएसपी की पुनर्वास कॉलोनियों और पार्श्वांचल ब्लॉकों से चुने गये छात्रों को मशीन ऑपरेटर-प्लास्टिक प्रोसेसिंग (एमओ-पीपी) सिखाया जाता है. छात्र सीआइपीइटी की अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं में परिष्कृत प्लास्टिक प्रौद्योगिकी के सिद्धांत के साथ-साथ व्यावहारिक पहलुओं को भी सीखते हैं. यह कार्यक्रम इन युवाओं की स्थायी आजीविका के लिए सीआइपीइटी के प्रशिक्षण और प्लेसमेंट सेल के माध्यम से प्रशिक्षण के बाद प्लेसमेंट प्रदान करता है. कौशल विकास के अलावा, कार्यक्रम प्रशिक्षुओं को उद्यम कौशल प्रदान करने में भी मदद करता है. इस पाठ्यक्रम के लिए आरएसपी-सीएसआर प्रायोजन छात्रों के प्रवेश और पाठ्यक्रम शुल्क, किताबें, छात्रावास और भोजन शुल्क आदि के कुल खर्च वहन करता है.
आरएसपी की टीम बनी चेयरमैन ट्रॉफी फॉर यंग मैनेजर्स की दूसरी उपविजेता
राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) की तीन सदस्यीय टीम ने हाल ही में रांची में सेल के प्रबंधन प्रशिक्षण संस्थान (एमटीआइ) में आयोजित चेयरमैन ट्रॉफी फॉर यंग मैनेजर्स (सीटीवाइएम) प्रतियोगिता में द्वितीय उपविजेता ट्रॉफी हासिल की है. एक मई को सेल निगमित कार्यालय में आयोजित एक समारोह में विजेताओं को पुरस्कृत किया गया. सेल अध्यक्ष अमरेंदु प्रकाश ने समारोह की अध्यक्षता की और पुरस्कार विजेताओं को ट्रॉफी प्रदान की. इस अवसर पर सेल बोर्ड के सदस्य, वरिष्ठ अधिकारी और सीटीवाइएम के पुरस्कार विजेता उपस्थित थे. द्वितीय उपविजेता रही आरएसपी की टीम में सहायक महा प्रबंधक (सीएंडआइटी) वीपी आर्य, सहायक महा प्रबंधक (एचआरडी) केके जायसवाल और सहायक महा प्रबंधक (सीएंडआइटी) संजय गौतम शामिल थे. इस वर्ष की प्रतियोगिता का विषय था ‘इएसजी अपनाने के माध्यम से सतत भविष्य : सेल के लिए चुनौतियां और आगे का मार्ग’. अमरेंदु प्रकाश ने विजेताओं को बधाई दी और उनसे बेहतर इएसजी अपनाने के लिए संयंत्र इकाइयों में कुछ व्यावहारिक समाधान लागू करने का आग्रह किया. विशेष रूप से, बोकारो स्टील प्लांट की एक टीम ने उपविजेता पुरस्कार जीता, जबकि भिलाई स्टील प्लांट की टीम प्रतियोगिता की चैंपियन रही. मुख्य महाप्रबंधक (एमटीआइ) आशीष चक्रवर्ती ने पूरे कार्यक्रम का संचालन किया.
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