Rourkela News: आरएसपी के सिनर्जी लोक सांस्कृतिक महोत्सव में शहीद बाबा तिलका माझी टोला की मंडली बनी चैंपियन
Rourkela News: आरएसपी के सिनर्जी लोक सांस्कृतिक महोत्सव में लाठीकटा ब्लॉक के विभिन्न गांवों से 30 आदिवासी नृत्य मंडलियां शामिल हुईं.
Rourkela News: राउरकेला स्टील प्लांट (आरएसपी) की सीएसआर पहल के तहत आयोजित सिनर्जी लोक सांस्कृतिक महोत्सव में भाग लेने के लिए लाठीकटा ब्लॉक के विभिन्न पर्श्वांचल गांवों से 30 आदिवासी नृत्य मंडलियां खैरबंध गांव में एकत्रित हुईं. समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन) अनिल कुमार मुख्य अतिथि के रूप उपस्थित थे, जबकि मुख्य महा प्रबंधक (आंतरिक लेखा परीक्षा) जीएस दास सम्मानित अतिथि थे. गण्यमान्यों ने प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार प्रदान किये. महाप्रबंधक प्रभारी (सीएसआर) मुनमुन मित्रा ने सभा का स्वागत किया, जबकि सहायक महा प्रबंधक (सीएसआर) टीबी टोप्पो ने धन्यवाद ज्ञापित किया. वरिष्ठ फील्ड सहायक (सीएसआर) बी एक्का ने कार्यक्रम का संचालन किया.
विजेता टीम को 10,000 नकद व ट्रॉफी मिली
नृत्य प्रतियोगिताओं के विजेता हाथीबांधा गांव के शहीद बाबा तिलका माझी टोला समूह ने 10,000 रुपये का नकद पुरस्कार और चैंपियंस ट्रॉफी जीता. नुआगांव के कर्मा कला परिषद ने दूसरा पुरस्कार जीता. समूह को 8,000 रुपये का नकद पुरस्कार और एक ट्रॉफी मिली. बोलानी गांव के मां चाला कला परिषद नृत्य समूह को 6,000 रुपये का नकद और एक ट्रॉफी तृतीय पुरस्कार स्वरूप प्रदान की गयी. शेष भाग लेने वाले प्रत्येक समूह को 2,500 रुपये का सांत्वना पुरस्कार दिया गया. यह कार्यक्रम आरएसपी के सीएसआर विभाग द्वारा खैरबांध गांव के शक्ति स्वयं सहायता ग्रुप के सहयोग से आयोजित किया गया था. मौके पर महा प्रबंधक (सीएसआर) विभाबसु मलिक, जिला परिषद सदस्य, सरपंच, स्थानीय नेता और गांव के बुजुर्ग उपस्थित थे. आस-पास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने इस नृत्य-प्रदर्शन का आनंद उठाया.
आरएसपी : बीएफ-5 में संशोधित पीसीआइ प्रणाली ने उत्पादन क्षमता बढ़ाया
राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के ब्लास्ट फर्नेस-5 (बीएफ-5) के कर्मचारियों के समर्पित प्रयासों ने पल्वराइज्ड कोल इंजेक्शन (पीसीआइ) प्रणाली में रणनीतिक संशोधनों के माध्यम से उत्पादन क्षमता को काफी हद तक बढ़ाया है. 450 मीटर लंबाई और 150 मिमी व्यास वाली एक नवनिर्मित पीसीआइ लाइन ने दबाव को 15.5 किलोग्राम/सेमी² तक बढ़ाकर प्रणाली के निष्पादन को बढ़ाया है, जिससे उच्च पीसीआइ इंजेक्शन दर संभव हो सकी है और कोक की खपत भी कमी आयी है. इससे न केवल प्रक्रिया का स्थिरीकरण हो पाया है, बल्कि चाप में उतार-चढ़ाव भी कम हुआ है और साथ ही साथ कंपनी के लिए पर्याप्त बचत भी हासिल हुई है. 150 किलोग्राम/टीएचएम (टन ऑफ हॉट मेटल) की प्रारंभिक पीसीआइ इंजेक्शन दर अपर्याप्त पड़ रही थी, क्योंकि अपर्याप्त नाइट्रोजन चाप और प्रवाह ने आवश्यक इंजेक्शन दरों को बनाये रखने में चुनौतियां पैदा कर दी थीं. ब्लास्ट फर्नेस-5 (बीएफ-5) में उत्पादन 7929 टन प्रति दिन (टीपीडी) की डिजाइन की गयी क्षमता से बढ़कर 9500 टीपीडी तक पहुंच गया है, जिससे मौजूदा पीसीआइ सिस्टम को बढ़ती मांग को पूरा करने में बाधाएं उत्पन्न होने लगीं थीं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है