राउरकेला. राउरकेला समेत जिले के विभिन्न शिवालयों में सावन की पहली सोमवारी पर भोले बाबा की पूजा और जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गयी. ‘हर-हर महादेव’ से सभी शिवालय गूंजते रहे. इस दौरान हनुमान वाटिका, संकटमोचन मंदिर, वैष्णो देवी मंदिर, वेदव्यास स्थित श्री बालुंकेश्वर व श्री चंद्रशेखर मंदिर, ओल्ड स्टेशन रोड गौरीशंकर मंदिर, सेक्टर-16 धवलेश्वर मंदिर, तरकेरा शिव मंदिर, सेक्टर-16 जोड़ा शिव मंदिर, एफसीआइ चौक स्थित बाबा लोकनाथ मंदिर समेत अन्य शिवालयों में सुबह से ही बाबा भोले का जलाभिषेक करने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ने लगी थी. पूरे दिन ‘बम-बम भोले’ और ‘हर-हर महादेव’ के जयकारे गूंजते रहे. शहर के विभिन्न शिवालयों समेत वेदव्यास धाम, घोघड़ धाम, बिरमित्रपुर गुप्तेश्वर मंदिर, सेक्टर-6 पशुपतिनाथ मंदिर में महिला, पुरुष व बच्चों की लंबी कतार बाबा के जलाभिषेक के लिए दिखी. सुबह से लेकर दोपहर तक शिवालयों में भक्तों का तांता लगा. शिवालयों में भक्ताें ने भोले बाबा को जल, दूध, फूल, बेल पत्र व धतूरा अर्पित कर अपनी-अपनी मनोकामना पूरी होने को लेकर प्रार्थना की.
घोघड़ धाम में कांवरियों की दिखी भीड़
घोघड़ धाम के पट सोमवार तड़के भक्तों के लिए खोल दिये गये थे. यहां सुबह से ही बाबा का जलाभिषेक करने के लिए भक्तों की कतार लगनी शुरू हो गयी थी. यहां सुंदरगढ़ जिला समेत पड़ोसी जिला व पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ व झारखंड से हजारों भक्तों ने बाबा का जलाभिषेक किया. जिसमें राउरकेला समेत अन्य स्थानों से आये कांवरियों ने पवित्र वेदव्यास त्रिवेणी संगम से पवित्र जल उठाकर वेदव्यास से पैदल चलकर घोघड़ धाम पहुंचने के बाद जलाभिषेक किया. इसके अलावा यहां से भक्तों की टाेली झारखंड के सिमडेगा स्थित रामरेखा धाम व महादेवशाल में जलाभिषेक करने के लिए रवाना हुई थी.
बेलडीही महा सेवा संघ ने की कांवरियों की सेवा
बेलडीह महा सेवा संघ की ओर से रविवार रात कांवरियों की सेवा की गयी. बेलडीही में कांवरियों के लिए पीने के पानी, चाय -बिस्कुट, दूध एवं नहाने के लिए पानी की व्यवस्था की गयी थी. साथ ही भजन संध्या का भी आयोजन किया गया. विदित हो कि पिछले 42 साल से कांवरियों की सेवा इस संघ के द्वारा की जा रही है. महा सेवा संघ के राजेन साहू, राहुल अग्रवाल, सुरेंद्र सेठी, राकेश जायसवाल, आशीष साहू, रोहित साहू, मुकेश साहू समेत कमेटी के अन्य सदस्यों का सक्रिय योगदान रहा.
वेदव्यास त्रिवेणी संगम से सेक्टर-6 पशुपतिनाथ मंदिर तक निकली भव्य कांवर यात्रा
नेपाली सेवा समिति, राउरकेला, नेपाली युवा मंच व लक्ष्मी नारायण महिला समिति के सदस्यों की ओर से एक भव्य कांवर यात्रा का आयोजन सोमवार सुबह किया गया. सभी वेदव्यास के त्रिवेणी संगम से जल भरकर राउरकेला सेक्टर-6 पशुपति नाथ मंदिर में जलाभिषेक करने के लिए रवाना हुए. इस दौरान वेदव्यास धाम में कांवरियों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये थे. यह कांवर यात्रा ब्राह्मणी तट से शुरू होकर मुख्य रास्ते से होते हुए राउरकेला सेक्टर-6 स्थित पशुपतिनाथ मंदिर पहुंची. वहां शिव मंदिर के पुजारी ने विधि-विधान से पूजा-अर्चना करवायी. सभी ने ओम नमः शिवाय का जयघोष करते हुए भोले बाबा पर जल अर्पित किया और आशीर्वाद लिया. इस कांवर यात्रा में 15 फीट का त्रिशूल सभी के आकर्षण का केंद्र रहा.
झाड़ेश्वर व पहाड़ेश्वर धाम में उमड़ी भक्तों की टोली
सावन के प्रथम सोमवार के दिन सैकड़ों की संख्या में शिव भक्तों ने झारसुगुड़ा के आराध्य झाड़ेश्वर धाम में जलाभिषेक किया. वहीं गत कई वर्षों से कांवरियों की सेवा सत्कार करती आ रही बोल बम कांवरिया समिति ने चलित वर्ष भी बक्सी चौक में कांवरियों के लिए जलपान, दवा व विश्राम की व्यवस्था की थी. शिव भक्तों ने रविवार की रात ईब नदी के घाट में पहुंच कर नदी में नहा कर घाट पर ही स्थित शिव मंदिर में जल चढ़ा कर वापस नदी में नहा कर कांवर में नदी का पवित्र जल भर बोल बम के नारे के साथ झाड़ेश्वर धाम के लिए पैदल निकले . इसके अलावा पहाड़ेश्वर धाम में भी मंदिर विकास परिषद समिति की ओर से व्यापक व्यवस्था की गयी थी. दोनों मंदिर परिसर में रविवार की रात से ही भजन संध्या के तहत विभिन्न भजन मंडलियों की ओर से सोमवार की सुबह तक बाबा के गुणगान में भजनों की अमृत वर्षा की जाती रही.
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