Rourkela News: सेक्टर-21 में दुकानदारों ने अतिक्रमण हटाने का किया विरोध, बैरंग लौटी आरएमसी की टीम
Rourkela News: आरएमसी की टीम शुक्रवार को नयाबाजार चौक से ओएमपी कैंपस तक अतिक्रमण हटाने पहुंची. इसका दुकानदारों समेत भाजपा व बीजद नेताओं ने जमकर विरोध किया.
Rourkela News: राउरकेला महानगर निगम (आरएमसी) की टीम को शुक्रवार को सेक्टर-21 मार्केट में अतिक्रमण हटाने के दौरान स्थानीय दुकानदारों के प्रबल विरोध का सामना करना पड़ा. दुकानदाराें के साथ भाजपा व बीजद के नेताओं ने यहां पहुंचकर आरएमसी की ओर से अचानक अतिक्रमण हटाने का प्रयास किये जाने की निंदा की गयी. इस विरोध के कारण आरएमसी की टीम को बैरंग लौटना पड़ा. साथ ही अतिक्रमण हटाने का काम 24 सितंबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. प्रभावित होने वाले दुकानदारों के साथ चर्चा करने के बाद अगला कदम उठाने का निर्णय लिया गया है.
भाजपा-बीजद ने की दुकानदारों के पुनर्वास की मांग
राउरकेला महानगर निगम की ओर से सेक्टर-21 में सड़क किनारे ड्रेन के ऊपर बनी दुकानों व गुमटी को हटाने को लेकर अभियान शुरू करने का निर्णय लिया गया है. इसके लिए आरएमसी की टीम पुलिस बल समेत दुकानों को हटाने के लिए जेसीबी लेकर पहुंची थी. नयाबाजार चौक से ओएमपी कैंपस तक सड़क किनारे से दुकानों को हटाने का प्रयास शुरू किया था. स्थानीय दुकानदारों समेत भाजपा नेता रंजीत नायक, प्रकाश पासवान, बीजद नेता बीरेन सेनापति ने आरएमसी की इस कार्रवाई का जमकर विरोध किया. वहीं यहां पर 30 साल से गुमटी लगाकर अपनी रोजी-रोटी चलानेवाले दुकानदारों का पुनर्वास करने के बाद अतिक्रमण हटाने पर जोर दिया गया. जिसके बाद आरएमसी की ओर से अपना यह अतिक्रमण हटाओ अभियान आगामी 24 सितंबर तक स्थगित रखने का निर्णय लिया गया है.
आरएमसी में शामिल बालीजोड़ी में बुनियादी सुविधाओं का टोटा
दक्षिण राउरकेला के बालीजोड़ी अंचल को 10 साल पहले राउरकेला महानगर निगम के आठवें वार्ड में शामिल किया गया था. जिससे यहां के निवासियों में खुशी देखी गयी थी. इससे पूर्व यहां के लोग अपनी राशि खर्च कर बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था करते थे. लेकिन 10 साल के बाद भी इस अंचल का विकास नहीं हो पाया है तथा अभी भी यहां बुनियादी सुविधा का टोटा है. आरोप है कि स्थानीय लोगों द्वारा इसकी मांग निगम के उच्च अधिकारियों तक पहुंचाने के बाद भी काम धीमी गति से चल रहा है. बालीजोड़ी से नयाडेरा तक जाने के लिए एक पुलिया है. इसके बायीं ओर एक बस्ती है. बारिश के मौसम में सभी घरों में पानी भर जाता है. इसलिए मुख्य सड़क से अरुण जेना के घर तक नाली बनाने को लेकर स्थानीय निवासियों ने निगम के आयुक्त को पत्र लिखा है, लेकिन अब तक कोई सफलता नहीं मिली है. जिससे अंचल के लोगों में रोष देखा जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है