Sundergarh News: भाई की हत्या का बदला लेने के लिए बहन ने रची थी करमडीह हत्याकांड की साजिश, छह गिरफ्तार

Sundergarh News: सुंदरगढ़ जिले में 29 अक्तूबर को पांच बंजारों की हत्या हुई थी. एक बंजारन ने भाई की हत्या का बदला लेने के लिए इस वारदात को अंजाम दिया था.

By Prabhat Khabar News Desk | November 23, 2024 12:03 AM

Sundergarh News: दीपावली से ठीक पहले 29 अक्तूबर की रात सुंदरगढ़ जिले के करमडीह में पांच बंजारों की हत्या के मामले में पुलिस ने छह आरोपियों को कर्नाटक के गड़ांग जिले से दबोचा है. आरोपियों की पहचान संतोष भोंसले, योगेश भोंसले, लाले भोंसले, सुनील पवार, अकबर भोंसले और इंतेश पवार के रूप में हुई है. हत्याकांड में संलिप्तता के पुख्ता सबूत के आधार पर पुलिस ने सभी को पकड़ा है और सुंदरगढ़ लेकर पहुंची है. वारदात के बाद से ही पुलिस की 20 सदस्यीय टीम इस गुत्थी को सुलझाने में जुटी थी. एक साथ पांच लोगों की हत्या से पूरे जिले में हड़कंप मच गया था. खुद डीआइजी ब्रजेश राय ने मौके पर पहुंचकर तफ्तीश की थी. वहीं एसपी प्रत्युष दिवाकर लगातार मामले की छानबीन में जुटे थे.

पांच बंजारों की बेरहमी से हत्या से मच गया था हड़कंप

सुंदरगढ़ पुलिस जिला के सदर थाना अंचल में दो बंजारा परिवार में हुई झड़प में तीन महिलाओं समेत पांच लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गयी थी. घटना में 4 अन्य घायल हो गये थे. सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. यह वारदात 29 अक्तूबर की दरम्यानी रात सुंदरगढ़ सदर थाना के करमडीही के पास हुई थी. मृतकों में छमा भोंसले (25), भाई सुभाष पवार (23), चरण कुमार (45), उनकी पत्नी कायला कुमार (35) और दादी कुंडी पवार शामिल थीं. वहीं अविनाश पवार (30), पीयूष कुमार (13), मंजू पवार (10) और अनिशा कुमारी (12) घायल हुए थे. उस वक्त पुलिस ने प्रेम संबंध को लेकर इस हत्यांकांड को अंजाम दिये जाने का संदेह जतया था. लेकिन विस्तृत जांच के दौरान इस हत्याकांड का खुलासा हो सका है.

मंजिका की आंखों के सामने अविनाश ने की थी भाई की हत्या

डीआइजी ब्रजेश राय ने करमडीह में हुई वारदात के कारणों से शुक्रवार को जब पर्दा हटाया, तो यह किसी बॉलीवुड की मसाला फिल्म की तरह प्रतीत हुई. दरअसल इस पूरी वारदात के केंद्र में बंजारन मंजिका थी. जिसके भाई की अतीत में हत्या कर दी गयी थी. अविनाश ने मंजिका के सामने ही उसके भाई की हत्या कर दी थी. जिसके बाद मंजिका के मन में बदले की चिंगारी भड़क उठी थी. लेकिन उस समय वह कुछ करने की स्थिति में नहीं थी. लिहाजा उसने अविनाश को अपने प्रेम जाल में फंसाया. उससे शादी की और एक बच्चा भी हुआ. वहीं अविनाश का एक और महिला के साथ भी संबंध था, जो बंजारा समूह में ही रहती थी. इस बात को लेकर अक्सर झगड़ा भी हुआ करता था.

अविनाश बच गया, लेकिन बहन, भाई, दादी व मामा-मामी ने गंवाई थी जान

पुलिस के मुताबिक, मंजिका ने प्रतिशोध की आग को शांत करने के लिए कुछ और लोगों को भी अपने साथ जोड़ लिया था. जिसके बाद करमडीह में 29 अक्तूबर की रात को इस वारदात को अंजाम दिया गया. टारगेट अविनाश पवार था, लेकिन वह इस वारदात में बच गया. लेकिन अविनाश की बहन क्षमा भोंसले, भाई सुभाष पवार, दादी कुंडी पवार, मामा चरण कुमार और मामी काइला कुमार ने इस वारदात में जान गंवायी थी. बाद में वारदात को अंजाम देकर मंजिका आरोपियों के साथ फरार हो गयी थी.

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