जय जगन्नाथ के जयकारे से गूंजी स्मार्ट सिटी, महाप्रभु मौसीबाड़ी रवाना हुए
रथयात्रा को लेकर स्मार्ट सिटी राउरकेला के श्रद्धालुओं में उत्साह दिखा. राउरकेला सिटी, सेक्टर समेत विभिन्न स्थानों से रविवार शाम रथयात्रा निकाली गयी.
राउरकेला. जगत के नाथ जगन्नाथ रविवार को भाई-बहन के साथ मौसीबाड़ी के लिए रवाना हुए. स्मार्ट सिटी राउरकेला के विभिन्न इलाकों में कुल 55 स्थानों पर श्रीजगन्नाथ की रथयात्रा निकाली गयी. महाप्रभु का दर्शन पाकर श्रद्धालु भाव विभोर हो उठे. पिछले तीन महीनों से शहर में रथयात्रा की तैयारी चल रही थी. 14 दिन की एकांतवास के बाद महाप्रभु रविवार को जब रथ पर सवार होकर मौसीबाड़ी जाने के लिए निकलते, तो पूरे शहर में जबरदस्त उत्साह देखा गया. मुख्य मार्ग हो या इस्पातांचल के इलाके, हर ओर प्रभु जगन्नाथ की जयघोष गूंज उठी. शहर का कोई कोना नहीं था, जहां श्रद्धालुओं की भीड़ नहीं जुटी थी. ना केवल बड़ी पूजा कमेटियां, बल्कि छोटे-छोटे बच्चों ने भी अपनी ओर से रथयात्रा का आयोजन किया और रथ पर सवार महप्रभु को लेकर निकले. करीब 55 स्थानों से रथयात्रा निकाली गयी. अलग-अलग जगन्नाथ मंदिर कमेटियों के सैकड़ों पदाधिकारी व सदस्य रथयात्रा में सक्रिय नजर आये. जिला व पुलिस प्रशासन की ओर भी रथयात्रा के दिन पूरी सुरक्षा व्यवस्था की गयी. 13 प्लाटून पुलिस फोर्स के साथ पुलिस के वरीय अधिकारी मुस्तैद पर नजर आये.
भगवान के नवयौवन दर्शन के साथ शुरू हुआ अनुष्ठान
सेक्टर-3 अहिराबंध जगन्नाथ मंदिर में महाप्रभु जगन्नाथ का नवयाैवन दर्शन हुआ. साथ ही महाप्रभु की रथयात्रा निकाली गयी. हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहां पर तीनों रथों को खींचने और महाप्रभु के दर्शन के लिए जुटे थे. अलग-अलग रथ पर महाप्रभु जगन्नाथ, बहन सुभद्रा व भाई बलभद्र आरुढ़ होकर सेक्टर-2 बीजू पटनायक चौक से रिंगरोड होकर सेक्टर-5 गुंडिचा मंदिर स्थित मौसीबाड़ी रवाना हुए. महिलाओं ने देवी सुभद्रा के रथ को खींचा, जबकि बाकी दो रथों को लोग खींच रहे थे. इस दौरान रथ खींचने के लिए लोगों के बीच आपाधापी देखी गयी. प्लांट साइट थाना अंचल में चार, उदितनगर थाना अंचल में तीन, टांगरपाली थाना अंचल में दो, रघुनाथपाली थाना अंचल में सात, लाठीकटा थाना अंचल में एक, सेक्टर-7 थाना अंचल में दो, झीरपानी थाना अंचल में दो, बंडामुंडा थाना अंचल में दो, ब्राह्मणी तरंग थाना अंचल में छह, बिसरा थाना अंचल में आठ, छेंड थाना अंचल में दो स्थानों से रथयात्रा निकाली गयी.
सोमवार को भी कई स्थानों से निकलेगी रथयात्रा
शहर में कई स्थानों से अलग-अलग तिथियों में रथयात्रा निकाली जाती रही है. इस बार आठ जुलाई को झीरपानी, बंडामुंडा, ब्राह्मणी तरंग, बिसरा व सेक्टर-15 थाना अंचल समेत कुल 10 स्थानों से रथयात्रा निकाली जायेगी. वहीं नौ जुलाई को चार तथा 10 जुलाई को एक स्थान से रथयात्रा निकलेगी. रथयात्रा व बाहुड़ा यात्रा को लेकर पुलिस प्रशासन की ओर से पुख्ता व्यवस्था की जा रही है.
एनआइटी में छात्रों ने जमकर लगाये जय जगन्नाथ के नारे
एनआइटी राउरकेला में पहली बार रथयात्रा निकाली गयी. एनआइटी में जबरदस्त उत्साह के बीच छात्रों ने जय जगन्नाथ के नारे लगाये. रथयात्रा उत्सव को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए गठित कमेटी ने सभी इंतजाम किये थे. रथयात्रा को लेकर महाप्रभु जगन्नाथ का विग्रह लाकर एनआइटी परिसर स्थित राम मंदिर में स्थापित किया गया था. 22 जनवरी को यहां श्रीजिउ की स्थापना की गयी थी. वहीं रथयात्रा निकालने के लिए विद्यार्थियों ने एनआइटी प्रबंधन से निवेदन किया था. जिसके बाद प्रबंधन ने सहमति देने से इसकी तैयारी शुरू की गयी. गत देवस्नान पूर्णिमा पर चतुर्धामूर्ति का विधिवत स्नान कराया गया. जिसके बाद भगवान अणसर गृह में चले गये थे. प्रथम वर्ष यहां पर एक रथ पर श्रीजिउ को विराजमान किया गया. श्रीमंदिर की रीति-नीति के अनुसार सभी अनुष्ठान किये गये. राम मंदिर से रथयात्रा निकलने के बाद एसबीआइ एटीएम, एनआइटी मेन गेट, इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियर गेस्ट हाउस होते हुए मंगला मंदिर पहुंची. शाम 4 बजे रथयात्रा निकाली गयी.
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