ओडिशा : वरिष्ठ कांग्रेस नेता व विधायक सुरेश राउतराय के बेटे सत्तारूढ़ बीजद में शामिल

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुरेश राउतराय ने पार्टी की समस्त कमेटियों से त्यागपत्र दे दिया है. छोटे बेटे मन्मथ के बीजद में शामिल होने के बाद उन्होंने यह कदम उठाया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 27, 2024 11:56 PM

ओडिशा में कांग्रेस के छह बार के विधायक सुरेश राउतराय के बेटे मन्मथ राउतराय बुधवार को प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल में शामिल हो गये. पेशे से कॉमर्शियल पायलट रह चुके मन्मथ अपने समर्थकों के साथ बीजद मुख्यालय शंख भवन गये. सांसद मानस मंगराज और सस्मित पात्रा ने पार्टी में उनका स्वागत किया. इधर, बेटे के बीजद में जाने के बाद सुरेश राउतराय ने कांग्रेस की सभी कमेटियों से इस्तीफा दे दिया है.

मन्मथ राउतराय ने कहा, ‘मैं अपने पिता सुरेश राउतराय और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की विचारधारा के लिए काम करूंगा. दोनों नेताओं के जीवन में एक ही एजेंडा है और वह है विकास का. मैं ओडिशा के विकास के लिए काम करूंगा. सुरेश राउतराय ने मंगलवार को कहा था कि वह चाहते हैं कि उनका बेटा कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़े. जटनी के विधायक राउतराय ने कहा, ‘मैं मन्मथ के बीजद में शामिल होने के फैसले को स्वीकार करता हूं क्योंकि वह अपने राजनीतिक करियर पर निर्णय करने के लिए काफी परिपक्व हैं. उन्होंने कहा कि वह आगामी चुनाव अपनी उम्र के कारण नहीं लड़ेंगे. हालांकि, 80 वर्षीय नेता ने कहा कि वह कांग्रेस उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करेंगे न कि अपने बेटे के पक्ष में. ऐसी संभावना है कि बीजद उम्मीदवार के तौर पर मन्मथ चुनाव मैदान में उतरेंगे. मन्मथ ने कहा कि उनके पिता का आशीर्वाद उनके साथ है. उन्होंने कहा, ‘मेरे पिता चाहते थे कि मैं कांग्रेस में शामिल हो जाऊं, लेकिन मैंने अपनी राजनीतिक यात्रा नवीन पटनायक के नेतृत्व में शुरू करने का निर्णय किया. मन्मथ ने एयर इंडिया के पायलट पद से इस्तीफा दे दिया था और जनवरी में घर लौट आये थे, जहां उनके पिता एवं उनके समर्थकों ने उनका भव्य स्वागत किया.

जब तक जीवन है, कांग्रेस में रहूंगा : सुरेश राउतराय

इधर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुरेश राउतराय ने पार्टी की समस्त कमेटियों से त्यागपत्र दे दिया है. छोटे बेटे मन्मथ के बीजद में शामिल होने के बाद उन्होंने यह कदम उठाया. उन्होंने कहा कि बेटे को काफी समझाया. लेकिन वह नहीं माना और बीजद में शामिल हो गया. इससे मेरी अंतरात्मा को चोट पहुंची है. इस कारण मैं विवेक का उपयोग कर कांग्रेस की सभी कमेटियों से त्यागपत्र देने की घोषणा करता हूं. उन्होंने कहा कि वह इस्तीफा तो दे रहे हैं, लेकिन जब तक जीवन है कांग्रेस में ही रहेंगे.

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