Bhubaneswar News: समृद्ध और विकसित भारत के निर्माण को नेताजी के आदर्शों से प्रेरणा लें युवा : मोहन माझी
Bhubaneswar News: ओडिशा के मुख्यमंत्री ने कटक में राज्य स्तरीय पराक्रम दिवस कार्यक्रम का उद्घाटन किया. यह तीन दिन चलेगा.
Bhubaneswar News: नेताजी के जीवन आदर्श, दृष्टिकोण और समाज कल्याण के लिए उनके विचार युवाओं को प्रेरित करते हैं. हमारे युवाओं को एक समृद्ध और विकसित भारत के निर्माण के लिए नेताजी के आदर्शों पर चलते हुए आगे बढ़ना चाहिए. यह विकसित भारत की नींव रखेगा और वैश्विक मंच पर भारत की शक्ति, सामर्थ्य और सम्मान को मजबूत करेगा. यही नेताजी को हमारी सर्वोत्तम श्रद्धांजलि होगी. नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती के अवसर पर कटक में पहली बार आयोजित तीन दिवसीय राज्य स्तरीय पराक्रम दिवस कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने यह बातें कही.
2021 में पीएम ने पराक्रम दिवस मनाने का लिया था निर्णय
मुख्यमंत्री ने कहा कि ओडिशा की माटी के इस महान सपूत के साहस, त्याग और सामर्थ्य को सम्मानित करते हुए उनकी जन्मभूमि कटक में जयंती मनाना हम सभी के लिए गर्व का अवसर है. यह दिवस प्रत्येक भारतीय, विशेष रूप से ओडिशा के लोगों के लिए गर्व और गौरव का प्रतीक है. इसी दिन महान क्रांतिकारी, देशभक्त और निडर योद्धा नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्म कटक में हुआ था. आज कटक, उनकी जन्मस्थली होने के नाते, पूरी दुनिया में गर्व महसूस कर रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 जनवरी, 2021 को नेताजी की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया था.
नेताजी ने जन्मभूमि की सेवा में जीवन समर्पित किया
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कहा कि नेताजी ने अपनी मातृभूमि के लिए उच्च पद-प्रतिष्ठा को त्याग दिया और अपने आप को जन्मभूमि की सेवा के लिए समर्पित कर दिया. अडिग साहस के साथ, उन्होंने ब्रिटिश साम्राज्य को परास्त करने के लिए सैन्य उपायों का सहारा लिया. जापान के समर्थन से उन्होंने सिंगापुर में निर्वासित भारतीय राष्ट्रवादियों की सहायता से एक अस्थायी भारतीय सरकार आजाद हिंद सरकार का गठन किया. 1943 में उन्होंने जापानी सहायता से अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में इस सरकार की स्थापना की और इन द्वीपों को स्वतंत्रता के प्रतीक के रूप में सम्मानित किया. इसकी याद में प्रधानमंत्री मोदी ने 30 दिसंबर, 2018 को अंडमान और निकोबार के तीन द्वीपों के नाम बदलकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वीप (रॉस द्वीप), शहीद द्वीप (नील द्वीप) और स्वराज द्वीप (हैवलॉक द्वीप) रखा था.राज्यपाल, मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री ने किया याद
ओडिशा के राज्यपाल डॉ हरि बाबू कंभमपति, मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, पूर्व मुख्यमंत्री व विपक्ष के नेता नवीन पटनायक और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस और वीर सुरेंद्र साय को याद किया. राज्यपाल ने गुरुवार को राजभवन में नेताजी सुभाष चंद्र बोस और स्वतंत्रता सेनानी वीर सुरेंद्र साय की जयंती के अवसर पर उनके चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित की. राज्यपाल ने इन महान नेताओं की अतुलनीय वीरता और अटूट समर्पण का उल्लेख करते हुए कहा, भारत के स्वतंत्रता संग्राम में उनका योगदान इतिहास में हमेशा अमर रहेगा. उनकी अद्वितीय साहस और अडिग प्रतिबद्धता पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी. राज्यपाल ने सभी से इन दूरदर्शी नेताओं की उल्लेखनीय विरासत पर विचार करने और उनके बलिदानों और देशभक्ति से प्रेरणा लेने का आह्वान किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है