Bhubaneswar News: बीजू जनता दल (बीजद) के वरिष्ठ मीडिया संयोजक प्रताप जेना ने आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार की नाकामी के कारण राज्य से स्टील प्लांट आंध्र प्रदेश जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने स्वयं जापान जाकर निप्पन कंपनी के मालिक से मुलाकात की थी और दुनिया के सबसे बड़े स्टील प्लांट को केंद्रापड़ा में स्थापित करने का प्रयास किया था. लेकिन अब यह प्लांट आंध्र प्रदेश जा रहा है, जो ओडिशा के लिए बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि यह निवेश एक लाख 40 हजार करोड़ रुपये का था, जिससे राज्य में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर पैदा होते. साथ ही, राज्य का राजस्व बढ़ता और ओडिशा एक समृद्ध औद्योगिक राज्य बन जाता. लेकिन दुर्भाग्य से आज ओडिशा में एक ऐसी निष्क्रिय सरकार है, जिसे दिल्ली से संचालित किया जा रहा है. भाजपा सरकार की असफलता की वजह से ही स्टील प्लांट आंध्र प्रदेश पलायन कर गया है. उन्होंने कहा कि हाल ही में जेएसडब्ल्यू इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी, जिसे नवीन सरकार ने सभी सुविधाएं प्रदान की थीं और 40 हजार करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया था, वह भी महाराष्ट्र चली गयी. यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा सरकार पर आज कोई निवेशक भरोसा नहीं कर रहा है. जब निवेशक सरकार पर विश्वास करने की स्थिति में होते हैं, तभी विकास होता है. जिस विश्वास के साथ निवेशक नवीन पटनायक के कार्यकाल में ओडिशा में निवेश करते थे, वह विश्वास अब भाजपा सरकार के प्रति नहीं है. नवीन पटनायक के मुख्यमंत्री रहते भारत में सबसे ज्यादा निवेश ओडिशा में हुआ था, यहां तक कि कोविड के दौरान भी कंपनियों के मालिक नवीन पटनायक से मिलकर चर्चा करते थे. लेकिन अब की सरकार में कंपनियों के मालिक मुख्यमंत्री के बेटे या प्रतिनिधियों से मिलते हैं.
आर्सेलर मित्तल परियोजना के बारे में झूठा प्रचार कर रहे हैं बीजद नेता : उद्योग मंत्री
बीजद के आरोपों पर ओडिशा के उद्योग मंत्री संपद स्वांई ने राज्य में प्रमुख औद्योगिक परियोजनाओं की स्थिति को लेकर बीजद नेता प्रताप जेना समेत अन्य नेताओं पर राज्य की जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि आर्सेलर मित्तल एक महत्वपूर्ण निवेशक है, जो राज्य में स्टील प्लांट स्थापित करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है. श्री स्वांई ने कहा कि कंपनी पहले ही गुजरात में एक प्लांट स्थापित कर चुकी है. उन्होंने ओडिशा में कंपनी की प्रतिबद्धता को लेकर उठ रही चिंताओं को खारिज किया और आश्वासन दिया कि कंपनी राज्य से बाहर नहीं जा रही है. मुख्यमंत्री ने हाल ही में मुंबई में एक बैठक कर प्रक्रिया को तेज करने की कोशिश की है. इसके अतिरिक्त, मार्शाघाई के करीब 60 डिप्लोमा धारकों के लिए प्रशिक्षण भी शुरू हो चुका है, जहां स्टील प्लांट स्थापित किया जायेगा. मंत्री श्री स्वांई ने कहा कि बीजद नेता राजनीतिक परिदृश्य में प्रासंगिक बने रहने के लिए इस तरह की कहानियां गढ़ रहे हैं और राज्य की जनता को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है