एनआइटी का अभिमुखीकरण कार्यक्रम : शैक्षणिक नियमों व सुविधाओं से अवगत हुए छात्र-छात्राएं
एनआइटी राउरकेला के प्रथम वर्ष के स्नातक छात्रों का अभिमुखीकरण कार्यक्रम दो चरणों में आयोजित हुआ. इसमें विद्यार्थियों को संस्थान के नियमों के बारे में जानकारी दी गयी.
राउरकेला. राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) राउरकेला ने प्रथम वर्ष के स्नातक छात्रों के लिए अपना अभिमुखीकरण कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किया, जो नये बैच के लिए शैक्षणिक यात्रा की शुरुआत को चिह्नित करता है. अभिमुखीकरण दो चरणों में आयोजित किया गया. 17 अगस्त को कार्यक्रम बी-आर्क छात्रों, एकीकृत एम-एससी छात्रों और चयनित बी-टेक कार्यक्रमों के छात्रों के लिए आयोजित हुआ. 19 अगस्त को दूसरे चरण में दोहरी डिग्री कार्यक्रमों और शेष बी-टेक विभागों के छात्रों को शामिल किया गया. अभिमुखीकरण में छात्रों और उनके अभिभावकों ने भाग लिया, जिसका उद्देश्य नये छात्रों को संस्थान के विभिन्न कार्यों, शैक्षणिक नियमों, परिसर के माहौल, विभागों, संकाय सदस्यों, बुनियादी ढांचे और अन्य सहायक सुविधाओं से परिचित कराना था. सत्र की अध्यक्षता एनआइटी राउरकेला के निदेशक प्रोफेसर के उमामहेश्वर राव ने की. कार्यक्रम की शुरुआत एनआइटी राउरकेला के बारे में एके बेहेरा (सहायक रजिस्ट्रार, शैक्षणिक-पीजी और अनुसंधान) द्वारा प्रस्तुत अवलोकन से हुई. प्रो समित एरी (एसोसिएट डीन, शैक्षणिक-यूजी और प्रवेश के प्रभारी प्रोफेसर यूजी) ने उद्घाटन भाषण दिया, जिसमें उन्होंने बताया कि नये प्रवेश में 22% से अधिक छात्राएं हैं. उन्होंने कहा कि इस वर्ष, हमने अपने प्रथम वर्ष के स्नातक कार्यक्रमों में कुल 1,032 छात्रों, एमटेक कार्यक्रमों में 468 छात्रों और एमएससी कार्यक्रमों में 188 छात्रों का स्वागत किया है, जिसमें कुल 74 अंतरराष्ट्रीय छात्र शामिल हैं. उन्होंने आगे बताया कि छात्रों की पसंद के अनुसार, कंप्यूटर विज्ञान, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग जैसी शाखाएं सबसे पसंदीदा विशेषज्ञताओं में से हैं. इसके अलावा, जेइइ में 20,000 रैंक तक, 250 से अधिक छात्रों ने एनआइटी राउरकेला को चुना है, जो संस्थान की लोकप्रिय धारणा को दर्शाता है.
निदेशक ने समय की पाबंदी, अनुशासन और जिम्मेदारी के महत्व पर दिया जोर
निदेशक प्रो राव ने छात्रों को डीन, एसोसिएट डीन, विभिन्न विभागों के प्रमुखों और संस्थान के अधिकारियों से मिलवाया. समय की पाबंदी, अनुशासन और जिम्मेदारी के महत्व पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि आप अभी से अपने लक्ष्य निर्धारित करें, इस बात पर ध्यान केंद्रित करें कि आप स्नातक होने तक क्या हासिल करना चाहते हैं. हमारे कार्यों को राष्ट्रीय विकास और प्रगति की दिशा में निर्देशित किया जाना चाहिए. एनआइटी राउरकेला सीखने और विकास के लिए बहुत सारे अवसर प्रदान करता है, और मैं आपको एक अनुशासित दृष्टिकोण बनाए रखने की सलाह देता हूं, जो आपके भविष्य को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करेगा. रजिस्ट्रार प्रो धीमान ने छात्रों को संस्थान में नवीनतम विकास और सुविधाओं के बारे में जानकारी दी. अकादमिक डीन प्रो एस चक्रवर्ती ने छात्रों को संस्थान में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के कार्यान्वयन के बारे में विस्तार से बताया और कहा कि एनआइटी राउरकेला को अपने विविध और बहुविषयक विभागों पर गर्व है.रैगिंग के खिलाफ संस्थान की शून्य-सहिष्णुता नीति पर भी जोर दिया गया
सत्र में विभिन्न शैक्षणिक और प्रशासनिक अनुभागों के डीन, एसोसिएट डीन, विभागाध्यक्ष और प्रभारी प्रोफेसर (पीआइसी) की परिचयात्मक वार्ता हुई. प्रो सुब्रत कुमार पंडा, पीआइसी (परीक्षा) ने परीक्षा के नियमों और विनियमों की रूपरेखा प्रस्तुत की. प्रो आरसी प्रधान, एसोसिएट डीन (शैक्षणिक-पीजी और शोध) ने उपस्थिति और शैक्षणिक योजनाओं पर चर्चा की. छात्र कल्याण के डीन प्रो. निरंजन पंडा ने छात्रों को विभिन्न छात्र क्लबों से परिचित कराया, जो तकनीकी, खेल, फिल्म और संगीत, और साहित्यिक और सांस्कृतिक समितियों में विभाजित हैं, साथ ही उन्होंने रैगिंग के खिलाफ संस्थान की शून्य-सहिष्णुता नीति पर भी जोर दिया. प्रो एसके साहू (मुख्य वार्डन) ने छात्रावास के नियमों और विनियमों पर मार्गदर्शन प्रदान किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है