राउरकेला. राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के फील्ड मशीनरी (अनुरक्षण) (एफएम-एम) की एक उद्यमी टीम ने लंबे समय से खराब पड़े बीइएमएल चेन डोजर मॉडल बीडी-155 का सफलतापूर्वक ओवरहाल किया है, जिससे इसका जीवनकाल और परिचालन विश्वसनीयता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. इन-हाउस संसाधनों का उपयोग करके संपन्न किये गये इस अभिनव प्रयास के परिणामस्वरूप कंपनी को काफी बचत हुई है. 2011 में खरीदा गया यह डोजर क्षतिग्रस्त इंजन असेंबली, हाइड्रोलिक पंप, घिसे हुए अंडरकैरिज रोलर्स और जंग लगे केबिन बॉडी के कारण काम नहीं कर रहा था. मॉनसून के करीब आने के साथ, कोक ओवन और ट्रैफिक एवं रॉ मैटेरियल्स यार्ड में कार्यात्मक चेन डोजर की आवश्यकता महत्वपूर्ण हो गयी. आरएमडी जोन में एफएम (एम) टीम ने इस समस्या को हल करने के लिए बीडी-155 डोजर को नया रूप देने की चुनौती ली.
डोजर के जीवनकाल में अगले पांच वर्षों तक के बढ़त की उम्मीद
बीइएमएल चेन डोजर के ओवरहाल में कई महत्वपूर्ण कार्य शामिल थे, जिसमें एक ही हॉर्सपावर के कमिंस इंजन की ओवरहालिंग और इंजन फाउंडेशन बेस के साथ डोजर की पावर ट्रांसमिशन प्रणाली का संशोधन शामिल था. क्षतिग्रस्त हाइड्रोलिक पंप की जगह नया पंप लगाया गया. अंडरकैरिज रोलर्स को अलग किया गया, उनकी मरम्मत की गयी और चेन असेंबली के साथ उन्हें फिर से लगाया गया. डोजर केबिन की मरम्मत की गयी, सभी सहायक उपकरण और विद्युत वायरिंग प्रणाली को सफलतापूर्वक स्थापित किया गया. अंत में डोजर को पेंट किया गया और इष्टतम संचालन के लिए परीक्षण किया गया. इन नवीनीकरणों से डोजर के जीवनकाल में अगले पांच वर्षों तक के बढ़त की उम्मीद है, जिससे परिचालन स्थल पर उपकरण विश्वसनीयता सुनिश्चित होगी.
पुनर्निर्मित डोजर का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया
कंपनी को एक नया चेन डोजर खरीदने के लिए लगभग तीन करोड़ रुपये खर्च करने होते. उपकरण की आंतरिक मरम्मत लागत केवल 3.55 लाख रुपये थी, जिससे लगभग 1.5 लाख रुपये की लागत बचत भी हुई. इंजन और ट्रैक रोलर्स की इन-हाउस रीकंडीशनिंग के कारण 40 लाख रुपये की लागत आयी. पुनर्निर्मित डोजर का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया और 26 जुलाई 2024 को मुख्य महाप्रबंधक (मैकेनिकल) आरएन राजेंद्रन और मुख्य महाप्रबंधक (डिजाइन और शॉप्स) रवि रंजन की उपस्थिति में इसे सेवा में लगाया गया. केबी साहू, शरत परिडा, मनमोहन बेहेरा, बद्री महाराणा, केसी बंध, जीएन मुर्मू और राजेंद्र साहू सहित उच्च प्रदर्शन एफएम (एम) के विशेषज्ञ तकनीशियनों ने कनिष्ठ अधिकारी, एफएम (एम), बीके नायक के नेतृत्व में तथा उप महाप्रबंधक, एफएम (एम), प्रीतम कुजूर और महाप्रबंधक प्रभारी, एफएम (एम), एसएस पॉल की देखरेख में और महाप्रबंधक प्रभारी (एफएम-एम और परिवहन), अवकाश मल्लिक के मार्गदर्शन में कार्य को अंजाम दिया गया.
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