सुदर्शन पटनायक ने रूस में गोल्डन सैंड मास्टर पुरस्कार जीता
सेंट पीटर्सबर्ग में अंतरराष्ट्रीय मूर्तिकला चैंपियनशिप चार से 12 जुलाई तक आयोजित हुई. इसमें भगवान जगन्नाथ और उनके भक्त बलराम दास की कलाकृति बनाकर सुदर्शन पटनायक ने गोल्ड मेडल जीता.
भुवनेश्वर. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित रेत कलाकार और पद्मश्री सुदर्शन पटनायक ने रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में प्रतिष्ठित पीटर और पॉल किले में आयोजित अंतरराष्ट्रीय रेत मूर्तिकला चैंपियनशिप में गोल्डन सैंड मास्टर पुरस्कार और स्वर्ण पदक जीतकर अपनी उपलब्धियों में एक और उपलब्धि जोड़ ली है. यह प्रतियोगिता चार से 12 जुलाई तक आयोजित की गयी थी. प्रतियोगिता में दुनिया भर के 21 मास्टर रेत मूर्तिकारों ने भाग लिया था. पटनायक भारत से एकमात्र प्रतिभागी थे. प्रतियोगिता का विषय था इतिहास, पौराणिक कथाएं और परीकथाएं. पटनायक ने 12 फुट ऊंची मूर्ति बनायी, जिसमें उन्होंने भगवान जगन्नाथ को उनके रथ पर बैठे और उनके भक्त बलराम दास को दर्शाया. पटनायक ने एक वीडियो संदेश में कहा कि विदेशी धरती पर भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा को फिर से बनाना मेरे जीवन का सपना था. अब ओडिशा में रथयात्रा चल रही है और यहां हमने भगवान जगन्नाथ के रथ को फिर से बनाया है. मेरी रेत कला ने पूरे देश में प्रशंसा हासिल की है.
मुख्यमंत्री ने सुदर्शन पटनायक को दी बधाई
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सैंड आर्ट चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने पर प्रख्यात रेत मूर्तिकार सुदर्शन पटनायक को बधाई दी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि पद्मश्री सुदर्शन पटनायक की प्रतिभा ने उन्हें व्यक्तिगत पहचान दिलाते हुए पूरे ओडिशा को गौरवान्वित किया है. वह ओडिशा और पूरे देश के गर्व और गौरव हैं. कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में जीत हासिल करने के बाद भी वह रेत कला में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने उम्मीद जतायी कि आने वाले दिनों में उन्हें और प्रसिद्धि मिलेगी और प्रदेश तथा देश का नाम और ऊंचा करेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है