Rourkela News : प्रियंका हत्याकांड में फरार पति ने 13 महीने की फरारी के बाद किया सरेंडर
2022 में जकैकला गांव के आलोक मिश्रा की शादी झारखंड के सिमडेगा जिले के कुर्डे गांव निवासी पवन षाड़ंगी की बेटी प्रियंका से हुई थी.
प्रियंका का मायके झारखंड के सिमडेगा जिले के कुर्डे गांव में हैRourkela News : बणई थाना अंतर्गत जकैकला गांव में नवविवाहिता को प्रताड़ित कर हत्या करने के मामले में मुख्य आरोपी आलोक मिश्रा ने 13 माह की फरारी के बाद एसडीजेएम की कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया है. जानकारी के अनुसार, 2022 में जकैकला गांव के आलोक मिश्रा की शादी झारखंड के सिमडेगा जिले के कुर्डे गांव निवासी पवन षाड़ंगी की बेटी प्रियंका से हुई थी. दोनों को एक बेटी भी है. शादी के बाद प्रियंका को आलोक के विवाहेतर संबंध का पता चला था. जिसे लेकर पति-पत्नी के बीच अक्सर विवाद होता था. प्रियंका को ससुराल में प्रताड़ित भी किया जा रहा था. आलोक के चाचा बीरेन और चाची पुष्पांजलि पाणीग्राही ने आलोक की शादी करायी थी. प्रियंका की हत्या के बाद उसके चाचा-चाची राउरकेला में छिपे थे और हाइकोर्ट से अग्रिम जमानत के लिए आवेदन कर प्रयास कर रहे थे. लेकिन उनका आवेदन खारिज कर दिया गया था. नतीजतन दोनों राउरकेला में ही पुलिस से बचकर छिपे थे. वहीं प्रियंका के पिता पवन षाड़ंगी को इसका पता चला कि दोनों राउरकेला में छिपे हैं. जिसकी जानकारी उन्होंने पुलिस से साझा की थी. वारदात के छह महीने बाद पुलिस ने आलोक के चाचा और चाची को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया. तीन महीने जेल में बिताने के बाद उन्हें जमानत पर रिहा किया गया है. इस बीच, 13 महीने से अलग-अलग जगहों पर छिपकर रह रहे मुख्य आरोपी के प्रयासों के बावजूद अग्रिम जमानत न मिलने पर उसने अंतत: बणई एसडीजेएम की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया. उसे न्यायिक हिरासत में बणई जेल भेजा गया है. आरोपी आलोक की मां सुमति मिश्रा अभी भी फरार है. जिसकी तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है.
क्या थी वारदात:
शादी के करीब डेढ़ साल बाद प्रियंका के ससुरालवालों ने बताया कि उसने जहर खा लिया था. लेकिन कई सप्ताह तक प्रियंका को घर पर ही रखा गया और अस्पताल ले जाए बिना उसका गुप्त रूप से इलाज किया जा रहा था. घटना के आठ दिन बाद आरोपी आलोक की मां सुमति ने प्रियंका के परिवार वालों को बताया कि प्रियंका ने जहर खा लिया है. खबर मिलते ही प्रियंका के पिता बणई पहुंचे और अपनी बेटी को बेसुध पाया. प्रियंका के पिता तुरंत अपनी बेटी को राउरकेला के एक निजी अस्पताल ले गये. वहां तीन दिनों तक उसका इलाज चला, लेकिन जब उनकी सेहत में सुधार नहीं हुआ तो भुवनेश्वर के एक अस्पताल ले जाया गया. लेकिन वहां आठ दिन के इलाज के बाद प्रियंका की मौत हो गयी. प्रियंका के ससुरालवालों की ओर से किसी तरह की हमदर्दी या सहयोग नहीं मिलने पर बेटी का अंतिम संस्कार उन्होंने पुरी में कर दिया. अपनी बेटी की मौत को आसानी से स्वीकार करने में असमर्थ प्रियंका के पिता ने 4 दिसंबर 2023 को बणई थाने में लिखित शिकायत दर्ज करायी कि उनकी बेटी को आलोक और उसके परिवार ने प्रताड़ित किया और जहर देकर मार डाला. जब पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की तो आलोक और उसका परिवार फरार हो गया. बाद में वारदात के छह महीने बाद पुलिस ने उसके चाचा-चाची को गिरफ्तार किया गया था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है