राजगांगपुर. ओडिशा में गर्मी अपने चरम पर है. इसका असर जन जीवन सहित पशु-पक्षियों पर भी पड़ रहा है. इस प्रचंड गर्मी ने राजगांगपुर के चमगादड़ों के अस्तित्व को खतरे में डाल दिया है. स्थानीय डाक बंगला परिसर के दो तीन विशालकाय पेड़ों पर बड़ी संख्या में चमगादड़ रहते हैं. अचानक गर्मी में बढ़ोतरी से विगत कुछ दिनों में यहां कई चमगादड़ों के गर्मी के कारण मरने की घटना सामने आयी है. राजगांगपुर नगरपालिका कार्यालय व राजगांगपुर वन विभाग कार्यालय से कुछ सौ मीटर की दूरी पर ही यह डाक बंगला स्थित है, जहां ऊंचे पेड़ों पर चमगादड़ वर्षों से डेला डाले हुए हैं.
हर साल सैकड़ों चमगादड़ों की होती है मौत
गर्मी बढ़ने से हर साल यहां चमगादड़ों की जान जाने का मामला साने आता है. इस वर्ष भी ऐसा सामने आया है. गर्मी के कारण चमगादड़ों के मरने के बाद भी वन विभाग या नगरपालिका की ओर से इस पर संज्ञान नहीं लिया जाने पर स्थानीय लोगों ने चिंता व्यक्त की है. स्थानीय पत्रकारों द्वारा डालमिया सीमेंट कंपनी को इसकी सूचना दी गयी तथा पिछले दो तीन दिनों से अग्निशमन की गाड़ी से पानी का छिड़काव कर इन चमगादड़ों को गर्मी से राहत देने का प्रयास जारी है. आगे और अधिक गर्मी बढ़ने की घोषणा मौसम विभाग द्वारा की गयी है. ऐसे में इन चमगादड़ों की सुरक्षा के लिए व्यापक व्यवस्था की आवश्यकता है. डालमिया सीमेंट कंपनी सहित वन विभाग द्वारा कोई ठोस योजना बना इस पर कोई कदम उठाने की मांग आम जनता द्वारा की जा रही है.
टेनसा जीरो प्वाइंट अंचल से जंगली वराह का बच्चा बरामद
बणई वन मंडल अंतर्गत बरसुआं रेंज के टेनसा जीरो प्वाइंट से शुक्रवार की शाम एक जंगली वराह के बच्चे को बरामद किया गया है. इसे कुछ कुत्तों के चंगुल से स्थानीय युवाओं ने बचाया था. जिसके बाद इसे वन विभाग के सुपुर्द किया गया. वन विभाग की ओर से उसकी स्वास्थ्य परीक्षा के लिए कोइड़ा पशु चिकित्सालय में लाया गया है.
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