Rourkela News: सुंदरगढ़ जिले में दूसरी जाति में शादी करने को लेकर समाज ने हुक्का पानी बंद करने को लेकर हाल ही दो महिलाओं की मौत के बाद समाज के लोग कंधा तक देने नहीं पहुंचे थे. ऐसा ही एक तीसरा मामला सामने आया था. अंत्येष्टि के लिए समाज के सामने नहीं आने पर एक व्यक्ति का अंतिम संस्कार सामाजिक संस्था श्मशान बंधु की ओर से किया गया. जानकारी के अनुसार सुंदरगढ़ के टांगरपाली ब्लॉक के महुलपाली गांव के 52 वर्षीय लोकनाथ दास की किडनी की बीमारी से मौत हो गयी. लेकिन उनके पार्थिव शरीर को कंधा देने के लिए न तो उनके रिश्तेदार आये और न ही कोई दोस्त. लोकनाथ ने दूसरी जाति की लड़की से शादी की थी. इसलिए उनके परिवार और जाति के लोगों ने मौत के बाद भी बहिष्कार जारी रखा. निजी अस्पताल में जब पार्थिव शरीर जमीन पर पड़ा हुआ था, तब कोई भी अंतिम संस्कार को तैयार नहीं हुआ. यहां तक कि पार्थिव शरीर को उनके घर तक भी नहीं ले जाया गया. अंतत: श्मशाम बंधु का सहयोग मांगा गया. बुधवार रात को निजी अस्पताल से श्मशान बंधु की टीम शव को स्वर्ग द्वार ले गये और अंतिम संस्कार किया. इस दौरान घाट पर लोकनाथ के कुछ दोस्त और दूर के रिश्तेदार मौजूद थे. लोकनाथ की दो बेटियों ने मुखाग्नि दी.
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