आरएसपी की उत्पादन क्षमता 4.5 मिलियन से बढ़ाकर नौ मिलियन टन की जायेगी

केंद्रीय इस्पात सचिव संदीप पौंड्रिक ने गुरुवार शाम लोक सेवा भवन में मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने राज्य में इस्पात उद्योगों को लेकर बातचीत की.

By Prabhat Khabar News Desk | August 30, 2024 11:40 PM

भुवनेश्वर. केंद्रीय इस्पात सचिव संदीप पौंड्रिक ने गुरुवार देर शाम लोक सेवा भवन में मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने ओडिशा में इस्पात उद्योग के विकास पर चर्चा की. चर्चा के दौरान सेल, एनएमडीसी और इस्पात विभाग के तहत अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया. बैठक में केंद्रीय इस्पात सचिव ने बताया कि राउरकेला स्टील प्लांट का विस्तार किया जायेगा और इसकी उत्पादन क्षमता 4.5 मिलियन टन से बढ़ाकर नौ मिलियन टन की जायेगी. उन्होंने इसके लिए राज्य सरकार से सहयोग मांगा. मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार इसके लिए पूरा सहयोग देगी. मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि केंद्रीय इस्पात मंत्रालय के विभिन्न सार्वजनिक उपक्रमों जैसे सेल, ओएमडीसी आदि को अपने कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व निधि की मदद से ओडिशा में और अधिक विकासात्मक कार्य करने की आवश्यकता है. बैठक में मुख्य सचिव मनोज आहूजा, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य प्रशासनिक सचिव निकुंज बिहारी धल, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव देवरंजन कुमार सिंह एवं इस्पात एवं खनन विभाग के सचिव सुरेंद्र कुमार मौजूद थे.

केंद्रीय इस्पात सचिव दो दिवसीय राउरकेला दौरे पर पहुंचे

इस्पात मंत्रालय, भारत सरकार के सचिव संदीप पौंड्रिक शुक्रवार को सेल, राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के दो दिवसीय दौरे पर राउरकेला पहुंचे हैं. उनके साथ सेल अध्यक्ष अमरेंदु प्रकाश और इस्पात मंत्रालय, भारत सरकार के संयुक्त सचिव डॉ संजय रॉय भी मौजूद थे. आरएसपी के निदेशक प्रभारी अतनु भौमिक भी गण्यमान्यों के साथ पहुंचे. राउरकेला हवाई अड्डे पर गर्मजोशी से सभी का स्वागत किया गया. आरएसपी की सीआइएसएफ इकाई की ओर से श्री पौंड्रिक को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. शहर में आगमन के तुरंत बाद श्री पौंड्रिक ने आरएसपी के मंथन सम्मेलन हॉल में आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. बैठक में सेल के अध्यक्ष, संयुक्त सचिव (इस्पात), निदेशक प्रभारी, सभी कार्यपालक निदेशक, मुख्य महा प्रबंधक, विभागाध्यक्ष और संयंत्र के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे. उन्होंने विभिन्न मोर्चों पर इस्पात संयंत्र के प्रदर्शन की समीक्षा की. बैठक के दौरान संयंत्र के अवलोकन पर एक व्यापक प्रस्तुति दी गयी. इसके बाद एक संवाद सत्र आयोजित किया गया. वे 31 अगस्त को दोपहर में प्रस्थान करने से पहले संयंत्र के विभिन्न विभागों का दौरा करेंगे.

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