Rourkela News: राजगांगपुर नगरपालिका की ओर से पीडब्ल्यूडी विभाग को पार्किंग के लिए जगह उपलब्ध कराने का प्रस्ताव दिया गया था. जिसे विभाग ने ठुकरा दिया है. पीडब्ल्यूडी विभाग का कहना है कि वे केवल पुरानी की जगह नयी चहारदीवारी बना रहे हैं. यह जगह राज्य सरकार की है तथा पीडब्ल्यूडी विभाग के अधीन है. यदि नगरपालिका को उसमें से कोई जगह चाहिए, तो इसके लिए गृह व उन्नयन विभाग को ओडिशा सरकार के लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव को प्रस्ताव देना चाहिए ना कि सुंदरगढ़ जिला के अधीक्षक अभियंता कार्यालय द्वारा. इसके साथ ही पत्र में यह भी लिखा गया है कि नगरपालिका का प्रस्ताव पूरा होने के बाद भी ट्रैफिक की समस्या का समाधान होगा, ऐसा नहीं लगता है, क्योंकि वर्तमान निर्माणाधीन रेलवे ओवर ब्रिज के बन जाने के बाद इस सड़क पर ट्रैफिक और अधिक ज्यादा बढ़ जायेगा. इसलिए बजाय एक पार्किंग स्थल बनाने के नगरपालिका को संबलपुर की तरह कार्यालय अन्यत्र स्थानांतरण करने की नसीहत भी इस पत्र के जरिये दी गयी है.
नगरपालिका ने चहारदीवारी 10 फीट पीछे बनाने का किया था अनुरोध
राजगांगपुर नगरपालिका तथा पीडब्ल्यूडी विभाग का कार्यालय एक ही सड़क पर दो तरफ बने हैं. पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से अपनी पुरानी चहारदीवारी तोड़कर नयी बनाने का कार्य इस महीने के प्रारंभ में शुरू किया गया था. इसे देखने के बाद राजगांगपुर नगरपालिका की ओर से तीन अक्तूबर को सुंदरगढ़ अधीक्षण अभियंता को एक पत्र लिखकर चहारदीवारी को 10 फीट पीछे बनाने का अनुरोध किया गया था. साथ ही खाली जमीन पर एक शेड बना कर नगरपालिका तथा पास सटे पशु विभाग कार्यालय के कर्मचारियों तथा यहां आने वाली आम जनता के लिए पार्किंग बनाने का प्रस्ताव दिया था. लेकिन पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से इस पर एक हफ्ते तक जवाब नहीं दिये जाने तथा कार्य चालू रखने पर 12 अक्तूबर को सुंदरगढ़ जिलापाल से इस पर संज्ञान लेने का निवेदन किया गया था. साथ ही 15 अक्तूबर को कार्यस्थल पर जाकर नगरपाल माधुरी लुगुन ने काम बंद करा दिया था. जिसके बाद शाम को अधीक्षण अभियंता सुंदरगढ़ द्वारा इस प्रस्ताव को ठुकराने के आशय का पत्र भेजा गया. जिससे बाद इस विवाद का अंत होने की बात सामने आयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है