राउरकेला. राउरकेला स्टील प्लांट के शहर सेवा विभाग में कार्यरत वरिष्ठ जमीन जमादार बुधिया किसान की ड्यूटी जाते समय 30 मई को दुर्घटना में मौत हो गयी थी. उसका शव आइजीएच के मोर्ग हाउस में रखवा दिया गया था. लेकिन उसके परिजनों ने अनुकंपा नियुक्ति की मांग करते हुए शव लेने से इनकार कर दिया और पिछले दिन तिनों से आइजीएच में धरना पर बैठे हैं. भाजपा नेता तथा सुंदरगढ़ सांसद जुएल ओराम ने भी मृतक के परिजनों की मांगों को न्यायोचित बताया. समाचार लिखे जाने तक धरना जारी है. सांसद श्री ओराम ने फिलहाल शहर से बाहर चले गये हैं. उन्होंने कहा है कि चार जून को आम चुनाव की मतगणना होने के कारण इसके बाद ही अपनी मांग को लेकर क्या रणनीति अपनायी जायेगी, इस पर निर्णय लिया जायेगा.
परिजनों ने शव लेने से किया इनकार
जानकारी के अनुसार, राउरकेला स्टील प्लांट के शहर सेवा विभाग में कार्यरत वरिष्ठ जमीन जमादार बुधिया किसान सेक्टर-19 जी ब्लॉक में रहते थे. 30 मई को जनरल शिफ्ट ड्यूटी जाने के क्रम में वे दुर्घटना का शिकार हो गये थे. इलाज के लिए उन्हें इस्पात जनरल अस्पताल लाया गया था. जहां पर दो घंटे के बाद उनकी मौत हो गयी थी. उनके परिवार का कहना है चिकित्साधीन हालत में ही उनकी मृत्यु हुई थी. जिससे नियम के अनुसार उनके आश्रित को अनुकंपा नौकरी मिलनी चाहिए. इस मांग को लेकर परिजनों ने शव भी नहीं लिया है तथा शव आरजीएच के मोर्ग हाउस में पड़ा है. परिजनों का कहना है कि जब तक आरएसपी से अनुकंपा नौकरी को लेकर लिखित सहमति नहीं मिलेगी, तब तक वे शव नहीं लेंगे तथा धरना जारी रहेगा.
सांसद जुएल ओराम धरना में हुए शामिल
मृतक के परिजनों की मांग को न्यायोचित बताते हुए सांसद जुएल ओराम भी दो दिनों तक धरना में शामिल हुए. उनके अलावा भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता धीरेन सेनापति, रघुनाथपाली विधायक प्रत्याशी दुर्गाचरण तांती, वरिष्ठ नेता महेंद्र मांझी, गंगाधर दाश, शशांक जेना, अजय कंसारी, आशा नायडू, सरोज दास, दिलीप पटनायक, अशोक लेंका, मनोरंजन मुनि, मनोज सेनापति, संतोष विराट, अमृतलाल ओराम, संतोष तिर्की, सुरेंद्र, सुनीता मोहिनी, राजेश प्रसाद,बाबाजी साहु समेत अन्य भाजपा कार्यकर्ता के अलावा मृतक के परिजन शामिल रहे.
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