Rourkela News: बंडामुंडा डीजल कॉलोनी चौक स्थित आंगनबाड़ी केंद्र (क) पिछले 35 वर्षों से क्षेत्र के लोगों को सेवा दे रहा है. लेकिन इस आंगनबाड़ी का भवन जर्जर हो चुका है. वर्षों पहले पेड़ की टहनी गिरने से टूटी आंगनबाड़ी की छत की मरम्मत अब तक नहीं हुई है, जिससे अंदर से आसमान साफ-साफ देखा जा सकता है. भवन पुराना होने के कारण दीवारों में दरारें आ गयी हैं. बारिश के मौसम में इसकी हालत और भी दयनीय हो जाती है. छत से पानी टपकता है, जो फर्श पर जमा हो जाता है. ऐसी हालत में आंगनबाड़ी का सुचारू संचालन किसी चुनौती से कम नहीं होता है. बारिश के पानी से आंगनबाड़ी में रखा सामान खराब हो जाता है.
बच्चों व कर्मचारियों के लिए न बिजली-पानी की व्यवस्था है, न ही शौचालय की
डीजल कॉलोनी चौक स्थित इस आंगनबाड़ी केंद्र में एक कर्मी और एक सहायक कार्यरत हैं. वहीं नौ बच्चे वर्तमान शिक्षा लेते हैं. लेकिन 35 वर्षों से संचालित इस आंगनबाड़ी केंद्र में न तो शौचालय है और न ही बिजली-पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था. बच्चों और आंगनबाड़ी कर्मियों को अपने घरों से पीने के लिए पानी की बोतलें लेकर आना पड़ता है.
प्रशासन की अनदेखी से अभिभावकों में रोष
राज्य सरकार छोटे-छोटे बच्चों के अच्छे विकास, पोषण और आरंभिक शिक्षा पर भारी मात्रा में राशि खर्च कर रही है. इसके लिए कई योजनाएं भी चलायी जा रही हैं. ऐसे में बहुत सारी आंगनबाड़ी तो सुचारु रूप से संचालित होती हैं, लेकिन डीजल कॉलोनी चौक का आंगनबाड़ी केंद्र प्रशासन से लेकर स्थानीय जनप्रतिधियाें की अनदेखी का शिकार है. यही कारण यह है कि करीब तीन दशक के बाद भी इस केंद्र की हालत जस की तस बनी हुई है. इस केंद्र के प्रति प्रशासन से लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों की अनदेखी से यहां के अभिभावकों में गहरा आक्रोश देखा जा रहा है.
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