मुंबई-हावड़ा मेल हादसा : शव पहुंचते ही रेलवे कॉलोनी और मालगोदाम में मचा हाहाकार, हर आंख हुई नम
हावड़ा-मुंबई रेलमार्ग पर मंगलवार तड़के रेल हादसे में जान गंवाने वाले राउरकेला के दोनों युवकों का शव देर रात सड़क मार्ग से पहुंचा. रेलवे कॉलोनी और मालगोदाम अंचल में शोक की लहर देखी गयी.
राउरकेला. हावड़ा-मुंबई रेलमार्ग पर बड़ाबांबो के पास मंगलवार तड़के मुंबई मेल के बेपटरी होने के हादसे में जान गंवानेवाले राउरकेला के दोनों युवकों का शव देर रात सड़क मार्ग से पहुंचा. हादसे में मालगोदाम के सरदार बस्ती निवासी अजीत सामल उर्फ लूका और रेलवे कॉलोनी निवासी पी विकास राव की मौत हुई थी. दोनों का शव पहुंचने के बाद अजीत सामल के परिजनों ने मंगलवार की रात को ही शव का अंतिम संस्कार कर दिया. जबकि पी विकास राव के शव का अंतिम संस्कार बुधवार को किया गया. दोनों ही घरों में मातम का माहौल दिखा और आसपास के सैकड़ों लोग दु:ख की इस घड़ी में सांत्वना देने के लिए मौजूद थे. पी विकास राव को उनके बड़े भाई पी विशाल राव ने मुखाग्नि दी जबकि अजीत के शव को उनके पुत्र ने मुखाग्नि दी.
दो छोटे बच्चे, पत्नी, मां को छोड़ गया अजीत
अजीत का शव पहुंचते ही घर के लोग तथा पड़ोसी दौड़ पड़े और शव से लिपटकर विलाप करने लगे. पत्नी और मां का काफी बुरा हाल रहा. दोनों बार-बार बेसुध हो जा रहे थे. किसी तरह आसपास की महिलाएं दोनों को संभाल रही थी. अजीत की पत्नी बार-बार अपने दोनों बच्चों को देखते हुए एकदम से अवाक हो जा रही थी. किसी तरह सभी आसपास के लोगों ने परिवार को संभाला और अजीत की अर्थी उठी. वेदव्यास में अंतिम संस्कार हुआ जहां बेटे ने मुखाग्नि दी.
रेलवे कॉलोनी में पसरा सन्नाटा
पूरी तरह से सन्नाटे के माहौल में रेलवे कॉलोनी से पी विकास राव की अंतिम यात्रा निकाली गयी. परिजनों के साथ ही पड़ोसियों की आंखें भी इस दौरान नम हो गयी. विकास को कॉलोनी के लगभग सभी लोग जानते-पहचानते थे. जिसने भी उसके असामयिक निधन की खबर सुनी वह पहुंच गया. स्व. पिता रेलवे के कर्मचारी रह चुके हैं वहीं भाई विशाल राव भी रेलवे का कर्मचारी है. अलग-अलग यूनियन के सदस्य व पदाधिकारी भी घर के पास पहुंचे थे. वेदव्यास में विकास का अंतिम संस्कार किया गया. जहां भाई विशाल ने मुखाग्नि दी.
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