ओडिशा में बिजली गिरने की अलग-अलग घटनाओं में तीन की मौत, 4 गंभीर
ओडिशा में रविवार को अलग-अलग स्थानों पर बिजली गिरने की घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गयी. शनिवार और रविवार को राज्य में कुल 13 लोगों की मौत हुई है.
भुवनेश्वर. ओडिशा में रविवार को दो अलग-अलग जगहों पर बिजली गिरने की घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गयी, जबकि चार अन्य गंभीर रूप से घायल हो गये. शनिवार और रविवार को वज्रपात की घटनाओं में राज्य के अलग-अलग हिस्सों में करीब 13 लोगों की मौत की सूचना है. रविवार को केंद्रपाड़ा के पट्टामुंडई इलाके में दो किसानों की मौत हो गयी, जबकि बालेश्वर में बिजली गिरने से एक और व्यक्ति की मौत हो गयी. सूत्रों के अनुसार, केंद्रपाड़ा जिले के दोसिया पंचायत के अंतर्गत बसुदेवपुर गांव के विजय मलिक अपने खेत में गये थे, तभी उन पर बिजली गिर गयी. उन्हें तुरंत पट्टामुंडई अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इसी तरह, जिले के बिलिकाना पंचायत के अंतर्गत गरागांव के एक अन्य किसान राज किशोर प्रधान की भी बिजली गिरने से मौत हो गयी. बालेश्वर में सोरो ब्लॉक अंतर्गत वाडा गांव के एक परिवार के पांच सदस्य अपने खेत में गये थे, तभी बिजली गिरने से एक की मौत हो गयी, जबकि चार गंभीर रूप से घायल हैं. इससे पहले शनिवार को राज्य में बिजली गिरने से 10 लोगों की मौत हो गयी थी. मयूरभंज, भद्रक, केंद्रपाड़ा, गंजम, क्योंझर और ढेंकनाल जिलों से बिजली गिरने से मौतों की सूचना मिली है.
ओडिशा सरकार 20 लाख ताड़ के पेड़ लगाने पर कर रही विचार : राजस्व मंत्री
राज्य के राजस्व व प्राकृतिक आपदा प्रशमन मंत्री सुरेश पुजारी ने रविवार को कहा कि ओडिशा सरकार बिजली गिरने से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए कम से कम 20 लाख ताड़ के पेड़ लगाने की योजना बना रही है. ओडिशा वन और कृषि विभाग राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में इन पेड़ों को लगाने के लिए सहयोग करेंगा. एक सर्वेक्षण के अनुसार, ताड़ के पेड़ों की संख्या में कमी का संबंध राज्य भर में बिजली गिरने की घटनाओं में वृद्धि से है. श्री पुजारी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बिजली गिरने से होने वाली मौतें लगातार बढ़ती जा रही हैं और ओडिशा भारत में बिजली गिरने से होने वाली मौत के मामले में सबसे अधिक दर वाले राज्यों में से एक है. रिपोर्टों के अनुसार, ओडिशा में बिजली गिरने से हर साल कई लोगों की जान जाती है. उन्होंने आगे कहा कि लगभग 20 लाख ताड़ के पेड़ लगाने का मिशन पहले ही शुरू हो चुका है. उन्होंने कहा कि इस स्थिति से निबटने के लिए हमने पूरे राज्य में ताड़ के पेड़ लगाने का अभियान शुरू किया है, क्योंकि वे अच्छे कंडक्टर के रूप में काम करते हैं. हमने वन विभाग के नेतृत्व में लगभग 20 लाख ताड़ के पेड़ लगाने का अभियान शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा कि अंतिम लक्ष्य ओडिशा में बिजली गिरने से होने वाली मौतों को शून्य करना है.ओडिशा में तीन दिनों तक भारी बारिश, छह जिलों में येलो अलर्ट
उत्तर बंगाल की खाड़ी और बांग्लादेश-पश्चिम बंगाल के तटवर्ती क्षेत्रों में बना निम्न दबाव दक्षिण बांग्लादेश के ऊपर स्थिर है. इसके प्रभाव में समुद्र की सतह से सात किमी ऊपर चक्रवात जैसी स्थिति बनी है, जो दक्षिण-पश्चिम की ओर ढलान बनाये हुए है. इसके क्रमश: उत्तर व उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है. इसके प्रभाव में 19 अगस्त तक बांग्लादेश व पश्चिम बंगाल के गंगेय क्षेत्र के ऊपर एक निम्न दबाव बनने की संभावना है. जिसके प्रभाव में 20 अगस्त तक ओडिशा के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश होने की संभावना भुवनेश्वर मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जतायी गयी है. बताया गया कि 21 अगस्त के बाद बारिश की मात्रा में कमी आयेगी. मौसम विभाग ने 19 अगस्त के लिए सुंदरगढ़, झारसुगुड़ा, संबलपुर, बरगढ़, देवगढ़ और क्योंझर जिला के लिए येलो वर्निंग जारी की है. 20 अगस्त के लिए झारसुगुड़ा, संबलपुर, बरगढ़ और सुंदरगढ़ जिला के लिए अलर्ट जारी किया गया है. 21 अगस्त से बारिश की मात्रा घटेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है