Rourkela News: लिंडरा व केरकेटा गांव में बेच दी मृत व्यक्ति की जमीन, आदिवासियों ने तहसील कार्यालय पर किया प्रदर्शन
Rourkela News: बिरमित्रपुर तहसील अंतर्गत कुआरमुंडा, नुआगांव व बिसरा अंचल में जमीन दलाल मालिक की जानकारी के बिना ही जमीन बेच दे रहे हैं. इसका विरोध सोमवार को किया गया.
Rourkela News: बिरमित्रपुर तहसील अंतर्गत कुआरमुंडा, नुआगांव व बिसरा अंचल में जमीन दलालों के सक्रिय रहने तथा लगातार जमीन घोटाला की शिकायत अंचल के लोग करते रहे हैं. आलम यह है कि जमीन दलाल मृत व्यक्ति की जमीन भी बेच दे रहे हैं. बिसरा थाना अंचल के लिंडरा व केरकटा गांव में इस तरह के जमीन घोटाला को लेकर सोमवार को 100 से ज्यादा आदिवासी महिला-पुरुषों ने बिरमित्रपुर चांदनी चौक से तहसील कार्यालय तक रैली निकाली. तहसील कार्यालय पर महिला- पुरुषों ने एक घंटे तक बवाल काटा. अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन तहसीलदार के मार्फत जिलापाल व राज्यपाल को भेजा. सूचना मिलने पर बिरमित्रपुर पुलिस पहुंची और स्थिति को काबू किया.
मालिक को नहीं लगती भनक, बिक जाती है जमीन
ज्ञापन में बताया गया है कि दोनों गांव में आदिवासी जमीन की बिक्री हो रही है, लेकिन जमीन मालिक को इसकी भनक तक नहीं लगती. यहां तक कि जमीन मालिक की मौत हाेने के बाद भी उनके नाम से जमीन बेच दी जा रही है. जमीन की जालसाजी की उच्च स्तरीय जांच कराने, जालसाजी में संलिप्त व्यक्तियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने, खाता नंबर-25 से हटाये गये रैयतों का नाम खतियान में शामिल करने, जमीन खरीद-बिक्री के समय जमीन के असली मालिक का उपस्थित रहना सुनिश्चित करने, जमीन खरीद-बिक्री से संबंधित राशि रजिस्ट्री अधिकारी के समय असली जमीन मालिक को देना सुनिश्चित करने, लिंडरा मौजा की जमीन बिक्री के बाबत राशि इस जमीन के मालिक काे दिये जाने की व्यवस्था करने, ओडिशा रेग्युलेशन एक्ट 2, 1956 को कड़ाई से लागू करने की मांग शामिल है. प्रदर्शन में एडवोकेट बुधुआ जोजो, पीटर टोप्नो, श्यामलाल मुंडारी, सुजित डुंगडूंग, विनोद टोप्पो, बांधनी ओराम, सुषमा मिंज, सुकांति कुलू समेत 100 से अधिक महिला-पुरुष शामिल थे.
कोइड़ा : खदान में स्थानीय को काम नहीं देने पर आक्रोश
सुंदरगढ़ जिला कोइड़ा खदान मंडल में सेल संचालित तालडीही लौह खदान अंचल में सोमवार को आक्रोश दिखा. केसीसी ठेका संस्था द्वारा स्थानीय युवाओं को नौकरी न देने तथा स्थानीय युवकों का काम देने के नाम पर मोटी रकम मांगे जाने को लेकर ग्रामीणों की बैठक में काफी नाराजगी देखी गयी. बैठक के दौरान ग्रामीणों ने यहां के पूर्व सरपंच की पिटायी कर दी. उसके कपड़े फाड़ने के साथ उसे खदान गेट के पास जूतों की माला पहनाकर ले गये. पुलिस की उपस्थिति के बावजूद ग्रामीणों ने पूर्व सरपंच को नहीं बख्शा. इस दौरान बणई विधायक के भी वहां उपस्थित रहने की बात कही जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है