राउरकेला/रेढ़ाखोल. ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले में रविवार को ट्रेन की चपेट में आने से हाथी के एक बच्चे की मौत हो गयी. वहीं, संबलपुर जिले के रेढ़ाखोल में करंट लगने से एक 15 वर्षीय हाथी की जान चली गयी. वन विभाग की टीमें मामले की जांच में जुटी हैं. सुंदरगढ़ जिले के कोइड़ा प्रखंड में ट्रेन की चपेट में आकर रविवार को एक हाथी के बच्चे की मौत हो गयी. घटना के बाद मादा हाथी सहित छह हाथी शव के पास पहुंच गये. सूचना पाकर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची लेकिन हाथियों की मौजूदगी के कारण शव को कब्जे में नहीं ले पायी. इधर, जांच की जा रही है कि किन परिस्थितियों में हाथी के बच्चे की मौत हुई. वन विभाग के अनुसार हादसा बरसुआं वन रेंज के चोरधरा खंड के सुनुबुरु रेलवे खंड के पास हुआ. गौरतलब है कि सुंदरगढ़ जिले में हाथियों और इंसानों के बीच टकराव की स्थिति बनी हुई है. आधा दर्जन से अधिक प्रखंडों में हाथियों का नियमित आना-जाना हो रहा है. इस कारण कई बार हाथी घरों और फसलों को निशाना बना रहे हैं. कई बार ग्रामीणों की जान तक जा रही है.
रेढ़ाखोल में दो महीने में दूसरे हाथी की मौत
संबलपुर जिले के रेढ़ाखोल के नकाटीदेउल गांव के चटापाड़ा जंगल में तार के संपर्क में आने से 15 वर्षीय हाथी की करंट लगने से मौत हो गयी. स्थानीय लोगों ने वन विभाग को इसकी सूचना दी. मौके पर पहुंचे वनकर्मियों ने मृत हाथी के पास एक और हाथी को बैठा पाया. पिछले दो महीनों में यह दूसरी घटना है, जब करंट लगने से हाथी की मौत हुई है. डीएफओ अरविंद मोहंती ने बताया कि वैज्ञानिक टीम के आने के बाद हाथी का पोस्टमार्टम किया जायेगा और फिर उसे दफना दिया जायेगा.बणई अनुमंडल में लगातार हो रही है घटनाएं
बणई अनुमंडल में लगातार हाथी आ रहे हैं. दो दिन पहले बणई फॉरेस्ट रेंज के धरणीधर सेक्सन के तलिता गांव में दल से बिछड़े एक दंतैल हाथी ने शुक्रवार की रात उत्पात मचाया था. हाथी ने गांव के भगवान किसान, बैसाखू किसान, पुनिया किसान निधि किसान का मकान तोड़ दिया था. ग्रामीणाें ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचायी थी. इसी तरह गांव के ही रामचंद्र साहू की पांच एकड़ जमीन में घुसकर धान की फसल को नष्ट कर दिया. जानकारी मिलने पर वन विभाग की टीम पहुंची तथा ग्रामीणों की मदद से हाथी को खदेड़ने का प्रयास किया.बरसुआं रेंज में गर्भवती महिला और आठ साल के मासूम की भी हुई थी
मौत
बरसुआं रेंज में बालीजोड़ी स्थित गांव में 13 अगस्त की रात को भी हाथी ने उत्पात मचाया था. बालीजोड़ी गांव में देर रात एक महिला के घर में घुस कर तोड़-फोड़ की. इस दौरान दीवार गिरने से महिला व उसके आठ साल के बच्चे की मौत हो गयी. हादसे में तीन बच्चियां भी गंभीर रूप से घायल हो गयीं थीं. गंभीर रूप से घायल तीनों लड़कियों का राउरकेला सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है. मृतकों की पहचान सुकांति भट्टा और आठ वर्षीय पुत्र सुखनाथ भट्टा के रूप में हुई थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है