राउरकेला सरकारी अस्पताल में तीन में से दो ऑक्सीजन प्लांट बंद, मरीजों को हो रही परेशानी
आरजीएच में कोरोना काल में तीन ऑक्सीजन प्लांट बनाये गये थे. इनमें से दो पिछले कई महीनों से बंद पड़े हैं.
राउरकेला. राउरकेला सरकारी अस्पताल (आरजीएच) पिछले कुछ दिनों से यहां विभिन्न कार्यों में भ्रष्टाचार व अनियमितता को लेकर सुर्खियों में है. अस्पताल प्रबंधक मोहित श्रीवास्तव पर अस्पताल के उचित प्रबंधन की बजाय ठेका संस्थाओं के हितों को महत्व देने के आरोप लगे हैं. नतीजतन आरजीएच में करोड़ों रुपये की लागत से खरीदी गयी मशीनें खराब पड़ी हैं. कोरोना काल में मरीजों को पर्याप्त ऑक्सीजन मिल सके, इसके लिए केंद्र सरकार की ओर दो व राज्य सरकार की ओर से एक ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना आरजीएच परिसर में की गयी थी.
प्लांट से सीधे वार्डों में होती थी ऑक्सीजन की आपूर्ति
अस्पताल परिसर स्थिति प्लांट से पाइपलाइन के माध्यम से सीधे आरजीएच के विभिन्न वार्डों में ऑक्सीजन की आपूर्ति होती थी. वर्तमान इनमें से मात्र एक प्लांट चालू है, जो अस्पताल में मरीजों की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है. जिस कारण अस्पताल प्रबंधन की ओर से मरीजों को ऑक्सीजन सिलिंडर उपलब्ध कराना पड़ रहा है. आरजीएच की ओर से राज्य व केंद्र सरकार के विभागीय अधिकारियों को खराब ऑक्सीजन प्लांट की मरम्मत के लिए एक से अधिक बार सूचित किया जा चुका है. लेकिन आज तक विभागीय अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गयी. इससे मरीजों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
प्राथमिकता के आधार पर दो प्लांट संचालित किये जायें
मरीजों के परिजनों का कहना है कि ज्यादातर समय मरीजों को समय पर ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है. वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में आरजीएच द्वारा सिलिंडर उपलब्ध कराये जाते हैं. मरीजों के हित में दो ऑक्सीजन प्लांट को प्राथमिकता के आधार पर संचालित करने की जरूरत है. इस संबंध में अस्पताल प्रबंधक सोनाली कर ने कहा कि मरम्मत के लिए राज्य सरकार को कई बार सूचित किया गया है. लेकिन उनके द्वारा इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाने के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है