Jharsuguda News: वेदांता का हनी कलस्टर विकास कार्यक्रम शुरू, मधुमक्खी पालन कर सशक्त बनेंगे किसान

Jharsuguda News: वेदांत लिमिटेड झारसुगुड़ा ने इडीआइआइ अहमदाबाद की साझेदारी में एक हनी क्लस्टर विकास कार्यक्रम शुरू किया है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 9, 2024 11:53 PM

Jharsuguda News: वेदांता लिमिटेड, झारसुगुड़ा ने भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान (इडीआइआइ), अहमदाबाद के साथ साझेदारी में लैयकरा ब्लॉक कार्यालय परिसर में एक हनी क्लस्टर विकास कार्यक्रम शुरू किया है. इस पहल का उद्देश्य स्थानीय किसानों को मधुमक्खी पालन के माध्यम से सशक्त बनाना और स्थायी आजीविका को बढ़ावा देना है. इस कार्यक्रम में शुभलक्ष्मी सहकारी और लैयकरा हनीफेड फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी (एफपीसी) लिमिटेड के सदस्यों के साथ-साथ वेदांता लिमिटेड के सेक्टर सीएसआर हेड हरमीत मेहरा, वेदांता लिमिटेड के इएसजी हेड मितेश पंड्या, लैयकरा के ब्लॉक चेयरमैन संजीव कुमार नायक, लैयकरा की सरपंच प्रियंबदा बेहेरा और इडीआइआइ के कार्यक्रम निदेशक विष्णु प्रसाद पंडा जैसे गणमान्य लोगों ने भाग लिया.

किसानों में शहद के 50 बक्से वितरित

इस कार्यक्रम में वक्ताओं ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की पहल की क्षमता पर प्रकाश डाला. संजीव नायक ने स्थानीय समुदायों पर ऐसे कार्यक्रमों के परिवर्तनकारी प्रभाव पर जोर दिया, जबकि विष्णु पंडा ने भारत में शहद के बढ़ते बाजार अवसरों पर चर्चा की, जिसमें किसानों के लिए इसकी व्यावसायिक क्षमता को रेखांकित किया गया. कार्यक्रम के हिस्से के रूप में, वेदांता लिमिटेड ने किसानों को शहद के 50 बक्से वितरित किये और जल्द ही अतिरिक्त 50 बक्से प्रदान करने की योजना है. इस पहल का उद्देश्य स्थायी उद्यम बनाने में किसानों का समर्थन करते हुए शहद उत्पादन को बढ़ाना है. कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण आकर्षण एक नये शहद ब्रांड वेदामृत का शुभारंभ था. गणमान्य व्यक्तियों द्वारा पेश किये गये इस उत्पाद का उद्देश्य शहद किसानों को ब्रांडिंग और विपणन में सहायता करना, उनकी बाजार पहुंच और लाभप्रदता को बढ़ाना है.

ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक-आर्थिक विकास में मिलेगी मदद

शहद क्लस्टर विकास कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक-आर्थिक विकास और स्थायी आजीविका परियोजनाओं के प्रति वेदांता की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. मधुमक्खी पालन को एक व्यवहार्य आय स्रोत के रूप में बढ़ावा देकर, यह पहल स्थानीय किसानों को सशक्त बनाने और झारसुगुड़ा में आर्थिक विकास को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. वेदांता और इडीआइआइ के बीच यह सहयोग ग्रामीण परिवर्तन को आगे बढ़ाने में सार्वजनिक-निजी भागीदारी की क्षमता को दर्शाता है.

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