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Rourkela News: 27वां वेदव्यास संगीत नृत्य महोत्सव दो से, राष्ट्रीय स्तर के 300 नृत्य व संगीत कलाकार करेंगे शिरकत

Rourkela News: भंज कला केंद्र की ओर से 27वां वेदव्यास संगीत नृत्य महोत्सव दो नवंबर से शुरू होने जा रहा है.

Rourkela News: भंज कला केंद्र की ओर से मुक्त आकाश मंच पर राष्ट्रीय स्तर के शास्त्रीय संगीत, शास्त्रीय नृत्य और लोक नृत्य, आदिवासी नृत्य और संगीत का समारोह 27वां वेदव्यास संगीत नृत्य महोत्सव-2024 दो नवंबर से शुरू होगा. भंज भवन में आयोजित पांच दिवसीय उत्सव के दौरान यह अंचल शंख, पखाज, बांसुरी और घंटियों की ध्वनि से गूंजायमान हो उठता है, जो दर्शकों को सांस्कृतिक कल्पना का एक उन्नत स्पर्श प्रदान करता है. इस वर्ष महोत्सव की 27वीं वर्षगांठ पर कई प्रसिद्ध कलाकार अपनी नृत्य संगीत प्रतिभा दिखाने के लिए स्टील सिटी में प्रस्तुति देंगे. इस वर्ष कुल 300 से अधिक पुरस्कार विजेता कलाकार इसमें शामिल होंगे. केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री जुएल ओराम, ओडिशा सरकार के उच्च शिक्षा, युवा सेवा, खेल और ओडिया भाषा, साहित्य और संस्कृति मंत्री सूरज सूर्यवंशी, रघुनाथपाली विधायक दुर्गा चरण तांती, राउरकेला विधायक शारदा प्रसाद नायक, हॉकी इंडिया के अध्यक्ष पद्मश्री दिलीप तिर्की, रघुनाथपाली के पूर्व विधायक सुब्रत तराई, राउरकेला स्टील प्लांट के प्रभारी निदेशक अतनु भौमिक, पश्चिमांचल डीआइजी ब्रिजेश रॉय, राउरकेला के अतिरिक्त जिलापाल और आरएमसी आयुक्त आशुतोष कुलकर्णी, आरएसपी के परियोजना विभाग के कार्यकारी निदेशक तरुण मिश्रा, खान और निर्माण विभाग के कार्यकारी निदेशक आलोक वर्मा, सीजीएम प्रभारी, नगर प्रशासन और सीएसआर विभाग प्रताप कुमार स्वांई, क्षेत्रीय सचिव, भारतीय स्टेट बैंक, असीम कुमार घोष, बिजनेस हेड, हैदराबाद गैस इंजीनियरिंग निकुंज किशोर उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे. रविवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में भंज कला केंद्र के अध्यक्ष शुभ शंकर रायचौधरी ने यह जानकारी दी. मौके पर महासचिव राधाकृष्ण महापात्र, उपाध्यक्ष आलोक कुमार बेहेरा, कोषाध्यक्ष सुब्रत शतपथी, मुद्रण सचिव शशांक शेखर पटनायक, विवेकानंद परिडा, पूर्णिमा दस्तीदार, प्रदीप गौड़, अक्षय कुमार मोहंती, कनकलता मिश्र, सुरेंद्रनाथ महाराणा, सुब्रत शतपथी, बसंत साहू, रसानंद महांत, पंचानन साहू, गजेंद्र मुर्मू, प्रवीण रथ, ज्योतिर्मय आचार्य, कोयना दस्तिदार उपस्थित थे.

शास्त्रीय व लोकनृत्य होगा आकर्षण का केंद्र, प्रसिद्ध गायक भी देंगे प्रस्तुति

इस बार महोत्सव के मुख्य आकर्षण में पूरी दुनिया में अपने नृत्य से दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने वाली पद्मश्री गुरु अरुणा मोहंती व उनके साथी कलाकार, देश-विदेश में भरतनाट्यम नृत्य से यश अर्जित करने वाले पुणे के कला शक्त के नृत्य शिल्पी, महाराष्ट्र का प्रसिद्ध लावणी नृत्य, गंजाम का पशु लोकनृत्य दल , गुरु पौशाली चटर्जी व साथियों द्वारा मणिपुरी नृत्य, गुरु दुर्गाचरण रणवीर व गुरु नीलाद्रि मोहंती के निर्देश में ओडिशी नृत्य तथा मध्यप्रदेश व असम का लोक नृत्य आकर्षण का केंद्र होगा. वहीं शास्त्रीय संगीत में चालू वर्ष ओडिशा के प्रसिद्ध गायक गुरु रुपक कुमार परिडा व विश्व के विभिन्न देश में संगीत प्रस्तुति कर प्रसिद्धि हासिल करने वाले भारत के अग्रणी हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायक गुरु कौशिक भट्टाचार्जी हिस्सा लेंगे.

1966 में हुई थी भंज कला केंद्र की स्थापना

भंज कला केंद्र की स्थापना 1966 में भंज सांस्कृतिक फाउंडेशन के हिस्से के रूप में की गयी थी. राउरकेला जैसे उपनगरीय क्षेत्र में इस सांस्कृतिक आत्मा केंद्र की स्थापना का उद्देश्य ओडिया भाषा, साहित्य, कला और संस्कृति को संरक्षित करना और ओडिशी नृत्य, संगीत, लोक नृत्य का प्रसार करना है. भंज भवन के विशाल मुक्त आकाश मंच पर पद्म विभूषण, पद्म भूषण, पद्मश्री, केंद्रीय संगीत नाटक अकादमी सहित देश विदेश के कई प्रसिद्ध कलाकारों ने अपने नृत्य-संगीत का प्रदर्शन कर स्टील सिटी के लोगों को अपनी कला से मंत्रमुग्ध किया है. एक मंच पर शास्त्रीय नृत्य, लोक नृत्य, आदिवासी नृत्य इस उत्सव को अनोखा बनाते हैं. उत्सव की तीसरी शाम हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत और ओडिशी संगीत के लिए समर्पित होगी.

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