Rourkela News: सुंदरगढ़ जिले के बणई फॉरेस्ट रेंज के जकैकला में घर से निकलते समय एक ग्रामीण रविवार को हाथी के हमले में घायल हो गया. धरणीधर पात्र नामक इस ग्रामीण को इलाज के लिए गंभीर हालत में बणई अस्पताल लाया गया. जहां पर डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. रविवार को वन रेंजर जब अस्पताल पहुंचे, तो आक्रोशित भीड़ ने उनके साथ धक्का-मुक्की की और वन कर्मियों के साथ हाथापाई करने से वहां पर तनाव का माहौल देखा गया. स्थानीय लोगों ने मुआवजा और हाथी खदेड़ने की मांग को लेकर डीएफओ के आवास का घेराव कर दिया. वन विभाग की टीम तथा पुलिस के द्वारा उत्तेजित ग्रामीणों को समझाने-बुझाने के बाद यह मामला शांत हुआ.
15 दिनों में चार लोगों की गयी जान, ग्रामीणों को भारी नुकसान
इससे पहले सोल रेंज में दंतैल हाथी के हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी, जबकि तामड़ा रेंज के मुंडा साही में हाथी के हमले में एक घर ढहने से दो नाबालिग की जान चली गयी थी. पिछले 15 दिनों में बणई फॉरेस्ट डिवीजन के तीन रेंज में अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है. इसे लेकर ग्रामीणों में तनाव देखा जा रहा है.
अग्र ग्रामीणों ने वनकर्मी को पीटा, अस्पताल में भर्ती
बणई फॉरेस्ट रेंज में हाथियों का उत्पात जारी रहने से रविवार को ग्रामीणों का गुस्सा आखिरकार फूट पड़ा. उनके आक्रोश का शिकार वन विभाग का एक कर्मचारी हो गया, जिसे ग्रामीणों ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. हाथी के हमले में एक के बाद एक मौत होने से नाराज ग्रामीणों ने वन विभाग के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. हाथियों को खदेड़ने में वन विभाग को विफल बताते हुए ग्रामीणों ने जोरदार प्रदर्शन किया. इस दौरान ग्रामीणों ने कहा कि एक तरफ वे परेशान हैं, तो दूसरी तरफ वन विभाग कोई भी ऐसा कार्य नहीं कर रहा जिससे लगे कि हाथी को रोकने के प्रयास हो रहे हैं. हमारे गांव में लोगों की जान जा रही है. किसी तरह वनकर्मी को बीच-बचाव कर ग्रामीणों के चंगुल से बचाया गया. लेकिन उसे काफी चोटें आयी हैं. उनका इलाज चल रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है